क्या भारतीय दल 2025 के विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हरियाणा के 31 एथलीटों के साथ चमकेगा?

सारांश
Key Takeaways
- हरियाणा से सबसे अधिक 31 एथलीट शामिल हैं।
- चैंपियनशिप में 2200 से अधिक एथलीट भाग लेंगे।
- भारत ने 45 पदक जीते हैं।
- ध्वजवाहक की भूमिका में धर्मबीर नैन और प्रीति पाल हैं।
- यह भारत का सबसे बड़ा पैरा खेल आयोजन होगा।
नई दिल्ली, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन 27 सितंबर से 5 अक्टूबर, 2025 तक नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होने जा रहा है। शुक्रवार को इस चैंपियनशिप के लिए एक सशक्त भारतीय दल की घोषणा की गई।
इस क्रम में, भाला फेंक के सितारे और दो बार के पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल की अगुवाई में अनुभवी पदक विजेताओं और नई प्रतिभाओं को शामिल किया गया है। टीम में प्रवीण कुमार, निषाद कुमार, होकाटो, सिमरन शर्मा, प्रीति पाल, नवदीप, धर्मबीर नैन और प्रणव सूरमा जैसे एथलीट शामिल हैं।
पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता धर्मबीर नैन और दो कांस्य पदक विजेता धावक प्रीति पाल को उद्घाटन समारोह में भारतीय दल के ध्वजवाहक के रूप में चुना गया है।
इस चैंपियनशिप के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से पैरा एथलीटों का चयन किया गया है, जो देश में पैरा एथलेटिक्स के बुनियादी ढांचे के विकास का संकेत है। हरियाणा से सबसे ज्यादा 31 एथलीट हैं, जबकि उत्तर प्रदेश से 12, गुजरात से 5, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तराखंड से 4-4, तमिलनाडु से 3, तेलंगाना से 2, और हिमाचल प्रदेश, बिहार, नागालैंड, दिल्ली, पंजाब, मेघालय, आंध्र प्रदेश और केरल से 1-1 एथलीटों को टीम में शामिल किया गया है।
2025 की विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप भारत का अब तक का सबसे बड़ा पैरा खेल आयोजन होगा, जिसमें 104 से अधिक देशों के 2200 से अधिक एथलीट और सहयोगी स्टाफ 186 पदक स्पर्धाओं में भाग लेंगे।
यह प्रतियोगिता नई दिल्ली में पैरा एथलीटों के लिए 12वें संस्करण की मेज़बानी करेगी। भारत ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 45 पदक जीते हैं, जिनमें 13 स्वर्ण, 15 रजत और 17 कांस्य शामिल हैं। चीन 208 स्वर्ण सहित 538 पदकों के साथ शीर्ष पर है, जबकि ग्रेट ब्रिटेन 154 स्वर्ण सहित 399 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है। संयुक्त राज्य अमेरिका 149 स्वर्ण सहित 471 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है।
इस आयोजन की शुरुआत आईपीसी एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप के रूप में हुई थी, जिसका पहला संस्करण 1994 में बर्लिन, जर्मनी में आयोजित हुआ था। 2015 के संस्करण के बाद इसका नाम बदलकर विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप कर दिया गया।