क्या युवराज सिंह ने महिलाओं को सलाह दी? उम्मीदों के बोझ तले न दबें खिलाड़ी!

सारांश
Key Takeaways
- परिस्थितियों के अनुसार खेलें।
- उम्मीदों के बोझ तले न दबें।
- हर खिलाड़ी को आत्मविश्वास होना चाहिए।
- प्रशंसकों का समर्थन महत्वपूर्ण है।
- महिला क्रिकेट का स्तर बदल रहा है।
मुंबई, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को सलाह दी है कि वे परिस्थितियों के अनुसार खेलें और प्रशंसकों की भारी उम्मीदों के दबाव में न आएं। भारतीय महिला टीम 30 सितंबर से शुरू होने वाले वनडे विश्व कप में अपने ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
युवराज, जिन्होंने 2011 में भारत को वनडे विश्व कप दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हर खिलाड़ी को यह विश्वास रखना चाहिए कि वह अपने दम पर मैच जीतने की क्षमता रखता है।
युवराज ने कहा, "परिस्थितियों के अनुसार खेलें, उम्मीदों के अनुसार नहीं। यह इतिहास रचने का एक अद्भुत अवसर है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप शुरुआत से ही जीत के बारे में सोचते रहें। आपको इस प्रक्रिया का पूरा अनुभव लेना चाहिए। आपको यह महसूस करना होगा कि आपने मेहनत की है और परिणाम अवश्य आएंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि आप विश्व कप जीतना चाहते हैं, तो आप दबाव में होंगे। चीजें हमेशा अनुकूल नहीं रहेंगी। ऐसे में अनुभव और आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है। हर खिलाड़ी को यह विश्वास होना चाहिए कि वह उस दिन अपने देश के लिए मैच जीतना चाहता है।"
पूर्व कप्तान मिताली राज ने भी खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे टूर्नामेंट में अपना शत-प्रतिशत दें। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को दर्शकों के समर्थन से हौसला बढ़ाना चाहिए और उम्मीदों के बोझ तले नहीं दबना चाहिए।
मिताली ने विश्व कप-2017 में भारत के उपविजेता रहने के प्रभाव को स्वीकार किया और कहा कि इसने महिला क्रिकेट के परिदृश्य को बदल दिया है।
उन्होंने कहा, "विश्व कप-2017 ने न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महिला क्रिकेट को नई दिशा दी है। उस समय सोशल मीडिया अपेक्षाकृत नया था और आईसीसी ने बड़े पैमाने पर प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"