क्या हैदराबाद और साइबराबाद में शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में 850 से अधिक लोग पकड़े गए?

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क्या हैदराबाद और साइबराबाद में शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में 850 से अधिक लोग पकड़े गए?

सारांश

हैदराबाद और साइबराबाद में पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 850 से अधिक लोगों को पकड़ा। विशेष अभियान में सख्त कार्रवाई की गई, जिससे सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। क्या यह अभियान प्रभावी होगा?

Key Takeaways

  • हैदराबाद और साइबराबाद में शराब पीकर गाड़ी चलाने के खिलाफ 850 से अधिक गिरफ्तारी.
  • विशेष अभियान का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ाना है.
  • शराब के नशे में गाड़ी चलाना एक गंभीर अपराध है और इसके लिए कड़ी सजा हो सकती है.
  • पुलिस ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है.
  • यातायात पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की गई है.

हैदराबाद, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस ने रविवार को जानकारी दी कि हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस कमिश्नरेट की सीमाओं में सप्ताहांत के विशेष अभियान के अंतर्गत शराब के प्रभाव में गाड़ी चलाने के आरोप में 850 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हैदराबाद में दो दिवसीय अभियान के दौरान 460 चालकों को पकड़ने में सफलता मिली, जबकि साइबराबाद ट्रैफिक पुलिस ने 407 अपराधियों को गिरफ्तार किया।

हैदराबाद यातायात पुलिस ने 12 और 13 दिसंबर को सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शराब पीकर गाड़ी चलाने के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया। इस अभियान में कुल 460 चालकों को पकड़ा गया।

इनमें से 350 दोपहिया वाहन चालक, 25 तिपहिया चालक और 85 चारपहिया एवं अन्य वाहन चालक शामिल थे। आरोपियों को उनके खून में अल्कोहल की मात्रा (बीएसी) के स्तर के अनुसार वर्गीकृत किया गया। कुल 98 लोगों में बीएसी का स्तर 35 मिलीग्राम/100 मिलीलीटर से 50 मिलीग्राम/100 मिलीलीटर के बीच पाया गया।

पुलिस ने 51 से 100 बीएसी स्तर के 185 मामलों को दर्ज किया। इसके अतिरिक्त, 101 से 150 के बीच 91 मामले और 151 से 200 के बीच 48 मामले दर्ज किए गए। 16 अपराधियों में बीएसी का स्तर 201 से 250 के बीच पाया गया, और चार मामलों में बीएसी का स्तर 300 से ऊपर था।

पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि शराब पीकर गाड़ी चलाने के उल्लंघन के प्रति जीरो टॉलरेंस का नारा रखा जाएगा और यह विशेष अभियान जारी रहेगा। यात्रियों से यातायात पुलिस के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया गया है।

साइबराबाद ट्रैफिक पुलिस ने सप्ताहांत में शराब पीकर गाड़ी चलाने के खिलाफ विशेष अभियान चलाया, जिससे 407 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।

कुल 290 अपराधी दोपहिया वाहन चला रहे थे। इनमें से 18 तिपहिया वाहन चालक थे। पुलिस ने बताया कि 90 अपराधी चारपहिया वाहन चला रहे थे।

पिछले सप्ताह में, अदालतों में शराब पीकर गाड़ी चलाने के कुल 385 मामलों का निपटारा किया गया। इनमें से 16 व्यक्तियों को कारावास और जुर्माना लगाया गया, 21 व्यक्तियों को जुर्माना अदा करने और सामाजिक सेवा करने का आदेश दिया गया, जबकि शेष 348 व्यक्तियों पर केवल जुर्माना लगाया गया।

साइबराबाद पुलिस ने दोहराया है कि शराब के नशे में गाड़ी चलाना एक गंभीर अपराध है। यदि कोई व्यक्ति नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए किसी घातक दुर्घटना का कारण बनता है, तो ऐसे व्यक्ति पर भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इस धारा के तहत अधिकतम सजा 10 वर्ष कारावास और जुर्माना है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि सड़क पर शराब पीकर गाड़ी चलाना एक गंभीर अपराध है। पुलिस की यह कार्रवाई इस बात का सबूत है कि समाज में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हमें चाहिए कि हम सभी इस मुद्दे को गंभीरता से लें और पुलिस के प्रयासों में सहयोग करें।
NationPress
15/12/2025

Frequently Asked Questions

सड़क पर शराब पीकर गाड़ी चलाने पर क्या सजा होती है?
शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले में अधिकतम सजा 10 वर्ष कारावास और जुर्माना हो सकता है।
इस अभियान का उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का उद्देश्य सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करना और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है।
कितने लोग इस अभियान में पकड़े गए?
इस विशेष अभियान में 850 से अधिक लोग पकड़े गए।
क्या पुलिस इसका जारी रखेगी?
हाँ, पुलिस ने कहा है कि यह विशेष अभियान जारी रहेगा और शराब पीकर गाड़ी चलाने के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का नारा रखा जाएगा।
क्या यह अभियान प्रभावी होगा?
यह अभियान सड़क पर सुरक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, लेकिन समाज की जागरूकता भी आवश्यक है।
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