क्या एएआईबी एयर इंडिया प्लेन क्रैश हादसे में तोड़फोड़ का भी कर रही है जांच?

सारांश
Key Takeaways
- एएआईबी जांच कर रहा है।
- हादसे की रिपोर्ट तीन महीने में आएगी।
- सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है।
- ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया है।
- जांच पूरी तरह से देश में होगी।
नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) एयर इंडिया की एआई 171 दुर्घटना में तोड़फोड़ समेत सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रहा है। इस मामले पर तीन महीने के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
पुणे में 'इमर्जिंग बिजनेस कॉन्क्लेव' के दौरान एनडीटीवी से बात करते हुए, मोहोल ने कहा कि एएआईबी सभी पहलुओं की जांच कर रहा है, जिसमें किसी भी संभावित तोड़फोड़ की संभावना भी शामिल है। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है और कई एजेंसियां इसमें सहयोग कर रही हैं।
केंद्रीय मंत्री ने इस दुर्घटना को “दुर्लभ मामला” बताया, जिसमें 270 से अधिक लोग मारे गए।
उन्होंने अनुभवी पायलटों और विशेषज्ञों के दावों का उल्लेख करते हुए कहा, “ऐसा कभी नहीं हुआ है कि दोनों इंजन एक साथ बंद हो गए हों।”
मोहोल ने कहा कि दोनों इंजन का खराब होना दुर्घटना का कारण हो सकता है।
उनके अनुसार, फ्लाइट एआई 171 का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और यह एएआईबी की हिरासत में है। जांच पूरी तरह से देश के भीतर ही की जाएगी।
उन्होंने कहा, “इन उपकरणों को गहन मूल्यांकन के लिए देश के बाहर नहीं भेजा जाएगा।”
पिछले सप्ताह, केंद्र सरकार ने कहा था कि अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर 787 एयरक्राफ्ट की दुर्घटना स्थल से मिले कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) के डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
नागर विमानन मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया कि ब्लैक बॉक्स से संबंधित सभी कार्यवाहियां घरेलू कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के पूर्ण अनुपालन में समयबद्ध तरीके से की गई हैं।
एयर इंडिया की उड़ान एआई-171 की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के बाद, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) ने तुरंत जांच शुरू की और निर्धारित मानदंडों के अनुसार 13 जून 2025 को एक बहु-विषयक टीम का गठन किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार गठित इस टीम का नेतृत्व एएआईबी के महानिदेशक करते हैं और इसमें एक विमानन देखभाल विशेषज्ञ, एक एटीसी अधिकारी और नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
सीवीआर और एफडीआर दोनों ही बरामद कर लिए गए हैं। इनमें से पहला 13 जून 2025 को दुर्घटना स्थल पर इमारत की छत से और दूसरा 16 जून 2025 को मलबे से मिला था।