क्या एशिया कप में भारत की जीत पर अबू आजमी ने बधाई दी और मैच का विरोध किया?

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान के साथ मैच का विरोध
- भारतीय टीम की जीत की बधाई
- राशि का सेना को समर्पण
- राहुल गांधी पर विवादित बयान
- आतंकवाद का बढ़ावा
मुंबई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप में पाकिस्तान पर भारतीय टीम की जीत पर समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने बधाई दी। लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के साथ मैच का विरोध भी किया। उनका कहना था कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है, और भारत को इसके साथ मैच नहीं खेलना चाहिए था।
समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने मीडिया के समक्ष कहा कि हमने पहले ही कहा था कि एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच नहीं होना चाहिए था। पाकिस्तान ने भारत के पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या की है। हालांकि इस मुकाबले में भारतीय टीम ने जीत हासिल की। इसके लिए टीम को बधाई।
उन्होंने पीएम मोदी द्वारा भारतीय टीम की जीत पर किए गए पोस्ट पर कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारी भारतीय टीम बहुत मजबूत है। अगर जीत हमारी है तो पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ खेलने की क्या ज़रूरत है। देश के नागरिकों की अधिकांश राय यही थी कि भारत को पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए। किसी प्रकार का दोस्ताना वातावरण नहीं होना चाहिए।
टीम के कप्तान सूर्य कुमार यादव द्वारा जीत की राशि को सेना को समर्पित करने के बयान पर अबू आजमी ने कहा कि एशिया कप में मिली राशि भारतीय सेना के उन परिवारों में बांटनी चाहिए, जिनके सदस्य मारे गए हैं।
वहीं, पाकिस्तान टीम ने कहा है कि रनर अप की राशि को आतंकवादी मसूद अजहर के परिजनों को दिया जाएगा। आजमी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह पैसा आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए दिया जा रहा है, सच्चाई यह है कि पैसा कमाने का मौका भी हमने ही पाकिस्तान को दिया। यह हमारे देश के लिए ठीक नहीं है। एक तरफ सरकार कहती है कि हम पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकवादियों को मारेंगे, तो सीजफायर क्यों किया गया? जब हम पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं रखेंगे तो एशिया कप क्रिकेट में देश पाकिस्तान के साथ क्यों खेल रहा है?
भाजपा द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दिए गए विवादित बयान को लेकर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जैसे बड़े नेता के बारे में ऐसा बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण है। राहुल गांधी के परिजनों ने देश के लिए अपनी जान गवां दी। उन पर दिए गए विवादित बयान देने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए।