क्या अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई के स्कूलों और झुग्गी-झोपड़ियों में मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया?

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क्या अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई के स्कूलों और झुग्गी-झोपड़ियों में मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया?

सारांश

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई के स्कूलों और झुग्गी-झोपड़ियों में एक प्रभावशाली मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य बिजली सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और मानसून के दौरान संभावित समस्याओं से निपटने की तैयारी करना है। जानिए इस अभियान की खास बातें।

Key Takeaways

  • अदाणी इलेक्ट्रिसिटी का अभियान बिजली सुरक्षा पर केंद्रित है।
  • कंपनी ने 31.5 लाख ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
  • सात क्विक रिस्पॉन्स टीमों का तैनाती की गई है।
  • एडवांस्ड वॉटर लेवल सेंसर से बाढ़ की निगरानी की जाएगी।
  • आपातकालीन तैयारी के लिए आवश्यक सामग्री तैनात की गई हैं।

मुंबई, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई की प्रमुख बिजली वितरण कंपनी अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने गुरुवार को जानकारी दी कि कंपनी ने स्कूलों और झुग्गी-झोपड़ियों में मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया।

यह जागरूकता अभियान मुंबई की शासी नागरिक निकाय, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में आयोजित किया गया।

कंपनी ने बताया, "मानसून के मौसम में बिजली सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कंपनी के बिजली वितरण क्षेत्रों में यह अभियान चलाया गया।"

जून में, प्रमुख बिजली वितरण कंपनी ने मानसून के मौसम की तैयारी में अपनी आपदा प्रबंधन तत्परता को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया, जिसका उद्देश्य 31.5 लाख ग्राहकों को संभावित व्यवधानों से सुरक्षित रखना था।

कंपनी ने अपने सेंट्रल डिजास्टर कंट्रोल सेंटर (सीडीसीसी) को भी सक्रिय कर दिया। इस महत्वपूर्ण केंद्र का उद्देश्य प्रतिक्रिया प्रयासों का समन्वय करना और चौबीसों घंटे काम करना है, ताकि पूरे मानसून काल में त्वरित कार्रवाई और संवाद सुनिश्चित किया जा सके।

कंपनी ने कहा, "वितरण नेटवर्क में सात क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) रणनीतिक रूप से तैनात की गई हैं। ये टीम मानसून के मौसम में आने वाले चुनौतियों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई व्यापक प्रतिक्रिया, पुनर्प्राप्ति और पुनर्स्थापन योजनाओं से लैस हैं।"

इसके अलावा, बढ़ते जल स्तर की निगरानी के लिए कंपनी ने महत्वपूर्ण स्थानों पर एडवांस्ड डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम के साथ 98 एडवांस्ड वॉटर लेवल सेंसर को इंटीग्रेट किया है। इस व्यवस्था का उद्देश्य बाढ़ से संबंधित विद्युत समस्याओं का पूर्व-निवारण और प्रतिक्रिया करने की क्षमता को बढ़ाना है।

सीडीसीसी, वॉकी-टॉकी और रिमोट उपकरणों सहित अत्याधुनिक सेटेलाइट और वायरलेस तकनीकों का लाभ उठाएगा, ताकि विभागों और बाहरी अधिकारियों के बीच निर्बाध संचार बनाए रखा जा सके। यह इंफ्रास्ट्रक्चर न्यूनतम डाउनटाइम और कुशल घटना प्रबंधन सुनिश्चित करता है।

बारिश से पहले, अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने व्यापक मानसून-पूर्व निरीक्षण और रखरखाव भी किया। किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटने के लिए आवश्यक सामग्री, आपातकालीन वाहन, डीजल जनरेटर और जल निकासी पंप रणनीतिक रूप से तैनात किए गए हैं।

Point of View

बल्कि यह मुंबई के निवासियों की सुरक्षा और उनके जीवन को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम भी है। अदाणी इलेक्ट्रिसिटी की यह पहल निश्चित रूप से अन्य कंपनियों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करती है।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

अदाणी इलेक्ट्रिसिटी का मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान कब शुरू हुआ?
यह अभियान 31 जुलाई को शुरू हुआ।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य मानसून के दौरान बिजली सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
कितनी क्विक रिस्पॉन्स टीम तैनात की गई हैं?
कंपनी ने वितरण नेटवर्क में सात क्विक रिस्पॉन्स टीम तैनात की हैं।
क्या अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने बाढ़ से संबंधित समस्याओं के लिए तैयारी की है?
हाँ, कंपनी ने एडवांस्ड वॉटर लेवल सेंसर और अन्य उपकरण तैनात किए हैं।
कंपनी ने आपदा प्रबंधन के लिए क्या तैयारी की है?
कंपनी ने सीडीसीसी को सक्रिय कर दिया है, जिसमें चौबीसों घंटे काम करने की तैयारी है।
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