क्या अदाणी ग्रुप का ईबीआईटीडीए बीते दो वित्त वर्ष में 57 प्रतिशत बढ़कर 89,806 करोड़ रुपए हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी ग्रुप का ईबीआईटीडीए 57,206 करोड़ रुपए से बढ़कर 89,806 करोड़ रुपए हो गया है।
- यह 57 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
- गौतम अदाणी ने कंपनी की मजबूती पर जोर दिया है।
- अदाणी ग्रुप ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ शुरू की हैं।
- भारत का वैश्विक प्रभाव बढ़ाने में अदाणी ग्रुप की भूमिका महत्वपूर्ण है।
अहमदाबाद, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी ग्रुप के संगठनों का ईबीआईटीडीए (ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एमोर्टाइजेशन से पहले होने वाली आय) वित्त वर्ष 25 में 89,806 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 57,205 करोड़ रुपए था। यह सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) और 57 प्रतिशत या 32,601 करोड़ रुपए की शुद्ध वृद्धि को दर्शाता है। यह जानकारी गौतम अदाणी, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन द्वारा साझा की गई।
गौतम अदाणी ने आगे कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों के बावजूद, हमारी ताकत का असली प्रमाण शब्दों में नहीं, बल्कि हमारे प्रदर्शन में प्रकट होता है।
अदाणी ग्रुप का ग्रॉस ब्लॉक वित्त वर्ष 25 में 6,09,133 करोड़ रुपए तक पहुँच गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 4,12,318 करोड़ रुपए था।
अरबपति बिजनेसमैन ने अपने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, "यह लगभग 2 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त निवेश है, जो केवल दो वर्षों में 48 प्रतिशत बढ़ा है। हमने परिवर्तनकारी परियोजनाएं प्रस्तुत की हैं, जिन्होंने भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नया रूप दिया है और देश की वैश्विक स्थिति को भी मजबूत किया है।"
ग्रुप ने कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल के साथ-साथ विजिनजाम में भारत का पहला कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट चालू किया और 6 गीगावाट नवीकरणीय क्षमता जोड़ी है, जिसमें दुनिया के सबसे बड़े सिंगल लोकेशन नवीकरणीय संयंत्र खावड़ा में विकसित की जा रही क्षमता भी शामिल है।
ग्रुप ने दुनिया के सबसे बड़े कॉपर स्मेल्टर और मेटललुरजीकल कॉम्प्लेक्स को चालू किया है और भारत एवं विदेशों में 7,000 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों और 4 गीगावाट नई तापीय क्षमता के साथ अपने ऊर्जा नेटवर्क का विस्तार किया है।
गौतम अदाणी ने कहा, "जिसका उद्देश्य हमें नुकसान पहुँचाना था, वह हमारी नींव को मजबूत करके, हमारी महत्वाकांक्षाओं को तेज करके और भारत के भविष्य के लिए पैमाने, गति और मजबूती के साथ निर्माण करने की हमारी जिम्मेदारी की पुष्टि करके एक निर्णायक मोड़ बन गया है।"
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन ने आगे कहा, "हालांकि, जब यह तूफान तेजी से फैल रहा था, तब भी मैं हमारे निवेशकों, ऋणदाताओं, आपूर्तिकर्ताओं और साझेदारों के लिए पैदा हुई चिंता से पूरी तरह वाकिफ था। आपके भरोसे ने हमें स्थिर रखा, आपके धैर्य ने हमें संभाला और आपके विश्वास ने हमें हिम्मत दी। इस असाधारण समर्थन के लिए, मैं तहे दिल से आभारी हूं।"
नए आत्मविश्वास और कृतज्ञता के साथ, गौतम अदाणी ने कहा, "मैं साथ मिलकर अदाणी ग्रुप की ग्रोथ के अगले और बेहतरीन अध्याय लिखने और भारत की आकांक्षाओं के अनुरूप भविष्य बनाने के लिए तत्पर हूं।"