क्या वैश्विक ब्रोकरेज फर्मों ने अदाणी पोर्ट्स पर भरोसा जताया है?

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी पोर्ट्स ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 21 प्रतिशत राजस्व वृद्धि दर्ज की।
- गोल्डमैन सैक्स, एचएसबीसी और जेफरीज जैसी फर्मों ने 'बाय' रेटिंग दी है।
- कंपनी का कुल कार्गो वॉल्यूम 121 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच गया।
- शुद्ध मुनाफा 7 प्रतिशत बढ़कर 3,311 करोड़ रुपये हो गया।
- लॉजिस्टिक्स सेगमेंट का राजस्व 1,169 करोड़ रुपये रहा।
अहमदाबाद, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन के बाद गोल्डमैन सैक्स, एचएसबीसी और जेफरीज जैसी प्रमुख वैश्विक ब्रोकरेज फर्मों से 'बाय' रेटिंग प्राप्त की है।
जेफरीज के अनुसार, कंपनी का पहली तिमाही ईबीआईटीडीए उनकी अपेक्षाओं से 14 प्रतिशत अधिक रहा। यह मुख्यतः घरेलू पोर्ट्स के बेहतर मार्जिन और लॉजिस्टिक्स एवं मरीन सेगमेंट में साल-दर-साल 2.0 से 2.9 गुना वृद्धि के कारण संभव हुआ। ब्रोकरेज ने कहा कि प्रबंधन का निरंतर ध्यान स्पष्ट है- कंपनी केवल वॉल्यूम नहीं, बल्कि एंड-टू-एंड समाधान देने और पूर्ण ईबीआईटीडीए वृद्धि पर केंद्रित है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए वॉल्यूम गाइडेंस 505-515 मिलियन टन रखा गया है, जो 12-14 प्रतिशत वृद्धि को दर्शाता है।
एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च ने कहा कि अदाणी पोर्ट्स ने पहली तिमाही में सभी प्रमुख व्यवसाय क्षेत्रों में मजबूत राजस्व वृद्धि और मार्जिन सुधार दर्ज किए। नए परिसंपत्तियों की तेज रफ्तार से शुरुआत और अंतरराष्ट्रीय पोर्ट्स एवं लॉजिस्टिक्स सेगमेंट में टर्नअराउंड ने कमाई की सकारात्मक दिशा को और मजबूत किया है।
गोल्डमैन सैक्स ने माना कि हालांकि टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता बनी हुई है, लेकिन एपीएसईजेड का मजबूत पोर्टफोलियो कंपनी को बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में सक्षम बनाता है। वित्त वर्ष 2025-26 में विझिंजम, कोलंबो और तंजानिया पोर्ट्स के संचालन में आने और गंगावरम पोर्ट के रिकवरी से 12.5 प्रतिशत वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने बताया कि कंपनी ने 30 प्रतिशत सालाना ईबीआईटीडीए ग्रोथ दर्ज की, जबकि वह इम्पोर्टेड कोयले और ट्रांसशिपमेंट बिजनेस में चुनौतियों का सामना कर रही थी।
एपीएसईजेड ने इस सप्ताह 21 प्रतिशत की तिमाही राजस्व वृद्धि के साथ 9,126 करोड़ रुपये की आय दर्ज की। लॉजिस्टिक्स से 2 गुना और मरीन से 2.9 गुना वृद्धि देखने को मिली। इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 7 प्रतिशत बढ़कर 3,311 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 3,107 करोड़ रुपये था।
कुल कार्गो वॉल्यूम 121 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तिमाही में 109 एमएमटी था। यानी 11 प्रतिशत वृद्धि। कंपनी का ऑल-इंडिया कार्गो मार्केट शेयर बढ़कर 27.8 प्रतिशत हो गया। कंटेनर मार्केट शेयर 45.2 प्रतिशत रहा, जो पहली तिमाही वित्त वर्ष 2024-25 में 45.9 प्रतिशत था।
लॉजिस्टिक्स सेगमेंट का राजस्व 571 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,169 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मरीन बिजनेस 188 करोड़ रुपये से बढ़कर 541 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इस दौरान कंपनी ने 118 जहाजों को संभाला।