क्या 'एआईएमआईएम' उपराष्ट्रपति पद के लिए 'इंडिया' ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी का समर्थन करेगी?

सारांश
Key Takeaways
- एआईएमआईएम ने बी. सुदर्शन रेड्डी का समर्थन किया।
- उपराष्ट्रपति चुनाव ९ सितंबर को है।
- ओवैसी का समर्थन तेलंगाना की राजनीति में महत्वपूर्ण है।
- यह कदम संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण की दिशा में है।
- न्यायमूर्ति रेड्डी एनडीए के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
हैदराबाद, ६ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति पद के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने शनिवार को विपक्षी इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना समर्थन देने की घोषणा की।
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस बात की जानकारी दी कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने उनसे संपर्क कर उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी के समर्थन का अनुरोध किया है। ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और वे न्यायमूर्ति रेड्डी का समर्थन करेंगे।
ओवैसी ने अपनी पोस्ट में लिखा, "न्यायमूर्ति रेड्डी एक हैदराबादी हैं और उनकी पहचान एक सम्मानित न्यायविद के रूप में है। मैंने उनसे व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं।" उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना से जुड़े होने के नाते यह समर्थन उनके लिए गर्व की बात है।
ज्ञात हो कि 'इंडिया' ब्लॉक ने न्यायमूर्ति रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है, जहां वे एनडीए के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
ओवैसी के समर्थन की घोषणा तेलंगाना की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ मानी जा रही है, क्योंकि एआईएमआईएम के समर्थन से न्यायमूर्ति रेड्डी की स्थिति मजबूत हो सकती है।
ओवैसी ने इस कदम को संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र की रक्षा से जोड़ा है, जो कि उनके अनुसार रेड्डी के करियर का आधार रहा है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह निर्णय पार्टी के सिद्धांतों और क्षेत्रीय पहचान को दर्शाता है।
वहीं, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और अन्य राजनीतिक हलकों में इस समर्थन को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव ९ सितंबर को होने वाला है, और इस घोषणा से चुनावी माहौल और गर्म हो गया है।