क्या एआईएमआईएम बिहार में तीसरा गठबंधन बनाने में जुटी है? 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा

सारांश
Key Takeaways
- एआईएमआईएम ने बिहार में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है।
- तीसरा मोर्चा बिहार की राजनीति में एक नया बदलाव ला सकता है।
- बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को होगा।
- अख्तरुल ईमान ने आम जनता की समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई है।
- राजद के साथ गठबंधन की कोशिशें असफल रही हैं।
किशनगंज, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में अब तीसरे मोर्चे की हलचल तेज हो गई है। इस बीच, एआईएमआईएम ने बिहार की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एआईएमआईएम अपनी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने जा रही है। एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने शनिवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि हम बिहार चुनाव में तीसरा विकल्प पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। रविवार को कुछ और घोषणाएँ की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि फिलहाल 100 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की योजना है। आगे की स्थिति का निर्णय बाद में लिया जाएगा। यह उनकी पहली सूची है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किशनगंज जिले के बहादुरगंज, ठाकुरगंज, कोचाधामन और किशनगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ेगी। इसके अतिरिक्त, पूर्णिया जिले के अमौर, बायसी, कस्बा, कटिहार जिले के बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी, बरारी, कदवा, अररिया जिले के जोकीहाट और अररिया, गया जिले के शेरघाटी और बेला, मोतिहारी के ढाका और नरकटिया, और नवादा जिले के नवादा शहर विधानसभा में भी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी।
साथ ही, सिकंदरा, भागलपुर, नाथनगर, सिवान, जाले, केवटी, दरभंगा ग्रामीण और गौरा बौराम, कल्याणपुर, बाजपट्टी, बिस्फी, महुआ और गोपालगंज विधानसभा से भी पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने टिकट के लिए होड़ को लेकर कहा कि टिकट और सत्ता की मलाई के लिए सभी होड़ कर रहे हैं, लेकिन आम जनता की समस्याओं के लिए कौन लड़ रहा है?
वास्तव में, एआईएमआईएम ने राजद के साथ गठबंधन करने का प्रयास किया था, लेकिन उनकी बात नहीं बनी। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान छह नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।