क्या अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात से सपा को होगा लाभ?

सारांश
Key Takeaways
- समाजवादी पार्टी के भीतर की एकता को दर्शाता है।
- आजम खान की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देता है।
- भाजपा की राजनीति पर सवाल उठाता है।
- कांशीराम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।
- दबे-कुचले वर्ग के लिए नयी उम्मीद।
लखनऊ, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आरके चौधरी ने पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता आजम खान की हालिया मुलाकात का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस मुलाकात से समाजवादी पार्टी को बड़ा लाभ होगा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में सपा सांसद ने कहा कि लोग इस मुलाकात की सराहना कर रहे हैं। आजम खान ने पार्टी को मजबूत बनाया और चलाया है। अखिलेश यादव से उनकी मुलाकात एक बड़ी बात है। इससे समाजवादी पार्टी को निश्चित रूप से फायदा मिलेगा।
बसपा प्रमुख मायावती द्वारा भाजपा की प्रशंसा किए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा आरएसएस के अधीन चलने वाली पार्टी है। आरएसएस एक ऐसा संगठन है, जो बीआर अंबेडकर के संविधान को अपना नहीं मानता। मायावती को समझना चाहिए कि भाजपा किस दिशा में जा रही है। भाजपा ने जो पहले किया, वही वह फिर से करेगी।
अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर मायावती के बयानों पर सपा सांसद ने कहा कि मायावती हमारी नेता नहीं हैं, लेकिन मैं उनका सम्मान करता हूं। पहले भी करता था, आज भी करता हूं। लेकिन, हमारे नेता के बारे में कमेंट करने से उन्हें लाभ नहीं होगा। सीधा फॉर्मूला है कि कांशीराम ने नारा लगाया था, जो बहुजन की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा। अब नारा हो गया है, जो पीडीए की बात करेगा, वो देश पर राज करेगा।
कांशीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्होंने कहा कि वे देश के ऐसे महान नेता थे, जिन्होंने दबे-कुचले और कमजोर लोगों में नई ताकत का संचार किया।
उन्होंने कहा कि मैं उनके साथ रहा हूं। जब मैं राजनीति के बारे में ज्यादा नहीं जानता था, तब से उनका साथी हूं। आज इस पावन मौके पर उनकी स्मृति में श्रद्धासुमन अर्पित करने आया हूं। उन्होंने कहा कि जिले से बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि हम उनके दिखाए गए रास्ते पर चलने का प्रयास करेंगे।