क्या अखिलेश यादव ने आजम खां से रामपुर में मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव ने आजम खां से मुलाकात की।
- यह मुलाकात उनके जेल से रिहा होने के बाद की पहली मुलाकात है।
- सुरक्षा के लिए भारी बल तैनात किया गया था।
- यह मुलाकात सपा की रणनीति का हिस्सा है।
- मुलाकात को 2027 विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है।
लखनऊ, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को हेलीकॉप्टर के माध्यम से रामपुर की यात्रा की। उनका हेलीकॉप्टर जौहर यूनिवर्सिटी के परिसर में उतरा, जहां आजम खां ने उनका स्वागत किया। इसके बाद, दोनों नेता आजम के निवास की ओर बढ़ गए। दोनों के बीच उनके घर पर मुलाकात चल रही है, जहां पहले से ही भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात थे।
अखिलेश यादव वर्तमान में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां से संपर्क कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि दोनों नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक बातचीत होगी। आजम खां के जेल से रिहा होने के बाद यह उनकी पहली मुलाकात है।
ज्ञात रहे कि एक दिन पहले आजम खां ने कहा था कि वे केवल अखिलेश यादव से ही मिलेंगे। जैसे ही सपा मुखिया वहां पहुंचे, सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया। पुलिस ने मीडिया कर्मियों को आजम खां के निवास के बाहर ही रोक दिया। अखिलेश यादव का काफिला जब जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा, तब सपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला और कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की।
जिले के सपा अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेता पहले से ही यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे को लेकर प्रशासन मंगलवार से ही सतर्क था। जौहर विश्वविद्यालय और आजम खां के आवास के आस-पास कई थानों की पुलिस तैनात की गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात सपा के मुस्लिम वोट बैंक को एकजुट रखने की रणनीति का हिस्सा है। रामपुर, मुरादाबाद, और अमरोहा जैसे पश्चिमी यूपी के क्षेत्रों में आजम खान की मजबूत पकड़ रही है। आजम खान समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं और दिवंगत मुलायम सिंह यादव के सबसे करीबी नेताओं में गिने जाते थे।
अखिलेश यादव की यह मुलाकात न केवल पुराने संबंधों को फिर से मजबूत करने का प्रयास है, बल्कि पार्टी में एकता का संदेश देने का भी प्रयास है। इस मुलाकात को 2027 के यूपी विधानसभा चुनावों से भी जोड़ा जा रहा है।