क्या अखिलेश यादव ने कन्नौज में मृतक ब्रजेश राठौर के परिवार से मुलाकात कर नौकरी की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव का परिवार से मिलना एक महत्वपूर्ण कदम है।
- सरकार से नौकरी की मांग की गई है।
- पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाए गए हैं।
- सपा ने इस मुद्दे को उठाने का निर्णय लिया है।
- पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
कन्नौज, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कन्नौज के ठठिया गांव का दौरा किया। उन्होंने बिजली करंट से दिवंगत संविदा बिजली कर्मी ब्रजेश राठौर के परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर, उन्होंने सरकार से मृतक के भाई को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
अखिलेश यादव ने बिजली विभाग की लापरवाही को ब्रजेश की मृत्यु का कारण बताया और कहा कि सरकार ने पीड़ित परिवार के साथ अन्याय किया है। उन्होंने परिवार को पार्टी की ओर से 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की और योगी सरकार से मृतक की पत्नी और भाई को नौकरी देने की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पुलिस को इस स्थिति में असंवेदनशील बना दिया है कि लोग वर्दी देखकर डरने और छिपने लगते हैं। उन्होंने पीड़ित परिवार और अज्ञात लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा, "यह सोती हुई सरकार गरीबों को न्याय नहीं दे सकती।" उन्होंने आश्वासन दिया कि सपा की सरकार बनने पर पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी।
अखिलेश ने भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर कथित वोट चोरी मुद्दे से संबंधित 'एक्स' पर वीडियो शेयर करने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने मालवीय की पोस्ट पर तंज कसते हुए कहा, "उनकी शक्ल देखो, उनके ट्वीट पर क्या कहना।"
गौरतलब है कि अखिलेश यादव निर्धारित समय से एक घंटे देरी से ठठिया पहुंचे। वहां उन्होंने परिवार से बंद कमरे में बातचीत की। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर परिवार के साथ मारपीट और रिश्तेदारों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह मामला विधानसभा में उठाया जाएगा।
कन्नौज में इस घटना ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। सपा इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में है। प्रदेश की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने दोषी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।