क्या केंद्र की विदेश नीति फेल हो गई है, जब जरूरत पड़ी तो कोई देश खड़ा नहीं हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- केंद्र सरकार की विदेश नीति असफल रही है।
- आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि पर सवाल उठाए गए हैं।
- चीन के साथ व्यापार पर सपष्ट नीति की आवश्यकता है।
- उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार की विफलता।
लखनऊ, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आतंकी घटनाओं को लेकर सरकार से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि बार-बार आतंकवादी घटनाएं क्यों हो रही हैं? पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, और उससे पहले पुलवामा में जवानों पर भी हमला हुआ। पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादी कहां गायब हो गए?
सोमवार को एक बयान में सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि हम ऑपरेशन सिन्दूर में सेना की बहादुरी, साहस और पराक्रम के लिए बधाई देते हैं। अगर फौज को और मौका मिलता, तो संभवतः वे पीओके ले लेते।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से असफल रही है। भारत का दुनिया के कई देशों में सम्मान है, लेकिन जब आवश्यकता पड़ी, तो कोई भी हमारे साथ खड़ा नहीं हुआ। यह एक गंभीर चिंता का विषय है कि कई देश हमारे साथ व्यापार कर रहे हैं, फिर भी संकट के समय हमारा साथ क्यों नहीं दिया?
अखिलेश ने आगे कहा कि चीन के साथ व्यापार जारी है, लेकिन चीन ने क्या किया, यह सभी ने देखा है। केंद्र सरकार को ठोस निर्णय लेना चाहिए कि अगले दस वर्षों के लिए चीन का कोई सामान भारत में नहीं आने दिया जाएगा। चीन से केवल अमीरों का सामान आ रहा है, जबकि किसानों को खाद की आवश्यकता है।
सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार पूरी तरह से विफल हो गई है। भाजपा सरकार ने बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा को बर्बाद कर दिया है।