क्या जम्मू के बाजारों में अमरनाथ यात्रा को लेकर उत्साह है?

सारांश
Key Takeaways
- अमरनाथ यात्रा का महत्व धार्मिक और आर्थिक दोनों दृष्टिकोण से है।
- जम्मू के बाजारों में श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं।
- इस वर्ष नए आकर्षण केंद्र भी शामिल किए गए हैं।
- स्थानीय व्यापारियों के लिए ये यात्रा आर्थिक विकास का अवसर है।
- सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।
जम्मू, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर जम्मू के बाजारों में उत्साह का माहौल है। रघुनाथ बाजार, हरी मार्केट और अन्य प्रमुख स्थानों पर व्यापारी वर्ग श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पूरी तैयारी में जुटा है।
बाजारों को रंग-बिरंगी सजावट से सजाया गया है। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए विभिन्न स्थानों पर बैनर, पोस्टर और स्वागत द्वार लगाए गए हैं। दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस की ओर से उन्हें हर प्रकार की मदद मिल रही है, जिससे वे श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें।
स्थानीय दुकानदारों और होटल व्यवसायियों ने बताया कि इस वर्ष श्रद्धालुओं के लिए विशेष डिस्काउंट योजनाएं लागू की जा रही हैं। होटल, रेस्टोरेंट और धार्मिक वस्तुओं की दुकानों पर श्रद्धालुओं को किफायती दरों पर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस बार जम्मू में श्रद्धालुओं के लिए नए आकर्षण केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। इनमें विशेष रूप से बाला जी मंदिर का निर्माण, हरिद्वार और वाराणसी की तर्ज पर तवी नदी (सूर्य पुत्री) की भव्य आरती और धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं।
व्यापारी संगठनों का कहना है कि अमरनाथ यात्रा न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और आर्थिक रूप से भी जम्मू को ऊर्जा प्रदान करती है। श्रद्धालुओं की सेवा करना उनके लिए सौभाग्य की बात है।
स्थानीय व्यापारी अरुण ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि भोले बाबा की कृपा पर ही हमलोग जीते हैं। यात्रा शुरू होने से पहले ही हम तीन-चार महीने का सामान इकट्ठा कर लेते हैं। हम इस बार की यात्रा को लेकर आशंकित थे। लेकिन, इस बार पिछली बार से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। यात्रा से स्थानीय स्तर पर व्यापार और रोजगार बढ़ता है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक की। उपराज्यपाल ने प्रशासन को पवित्र यात्रा के सुरक्षित और सफल संचालन से संबंधित आवश्यक निर्देश दिए।
उपराज्यपाल ने कहा कि बाबा अमरनाथ के आशीर्वाद और आवश्यक सुविधाओं और सेवाओं में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, इस वर्ष की तीर्थयात्रा भक्तों के लिए यादगार और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध होने का वादा करती है। यह जम्मू-कश्मीर के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत भी करेगी।