क्या अमेरिकी विदेश मंत्री ने इजरायल को अटूट समर्थन दिया और हमास के सफाए की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- मार्को रुबियो ने इजरायल को अटूट समर्थन का आश्वासन दिया।
- गाजा में हमास के सफाए की मांग की गई।
- नेतन्याहू ने इसे वॉशिंगटन का स्पष्ट समर्थन बताया।
- पश्चिमी देशों की आलोचना की गई जो फिलिस्तीन को मान्यता दे रहे हैं।
- गाजा सिटी में लगभग 3 लाख लोग पलायन कर चुके हैं।
यरुशलम, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने सोमवार को इजरायल की यात्रा के दौरान गाजा में चल रहे सैन्य अभियान के प्रति वॉशिंगटन के "अटूट समर्थन" का आश्वासन दिया और हमास के सफाए की मांग की।
यरुशलम में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में रुबियो ने कहा, "गाज़ा के लोगों का बेहतर भविष्य संभव है, लेकिन यह तभी होगा जब हमास का सफाया नहीं हो जाता। आप हमारे अटूट समर्थन और प्रतिबद्धता पर भरोसा कर सकते हैं।"
नेतन्याहू ने रुबियो की यात्रा को "वॉशिंगटन के स्पष्ट समर्थन का संदेश" बताया।
रुबियो ने उन पश्चिमी देशों की आलोचना की, जिन्होंने हाल ही में फिलिस्तीन को मान्यता देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, "ऐसे फैसले सिर्फ प्रतीकात्मक हैं और इनका वास्तविक असर कुछ नहीं है। उल्टा, यह हमास को और हौसला देता है।"
बैठक से पहले रुबियो ने कहा था कि वह नेतन्याहू के साथ गाजा में सैन्य अभियान के "लक्ष्यों और उद्देश्यों" पर चर्चा करेंगे।
पिछले हफ्ते दोहा में इजरायली हवाई हमले में छह लोगों की मौत पर खाड़ी देशों की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर रुबियो ने कहा, "हमारा ध्यान आगे क्या होगा, उस पर है।" यह हमला कथित तौर पर गाज़ा युद्धविराम वार्ता में शामिल हमास की वार्ता टीम पर किया गया था, लेकिन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका।
इस बीच, इजरायल ने गाजा सिटी पर हमले तेज कर दिए हैं। रविवार को सेना रेडियो ने बताया कि अब तक लगभग 3 लाख लोग गाजा सिटी से पलायन कर चुके हैं। इजरायली सेना ने सोमवार को एक और ऊंची इमारत पर बमबारी की और दावा किया कि इन इमारतों का उपयोग हमास खुफिया गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।
इजरायल का कहना है कि उसका लक्ष्य गाजा सिटी पर नियंत्रण स्थापित करना, हमास को ध्वस्त करना और समूह द्वारा बंधक बनाए गए लगभग 50 लोगों को छुड़ाना है।