क्या अमृता खानविलकर के लिए योग 'मन की शांति और आंतरिक संतुलन प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन' है?

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क्या अमृता खानविलकर के लिए योग 'मन की शांति और आंतरिक संतुलन प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन' है?

सारांश

अमृता खानविलकर ने केदारनाथ मंदिर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया। इस यात्रा ने उन्हें आंतरिक संतुलन और शांति का अनुभव कराया। जानें, योग के प्रति उनके दृष्टिकोण और मंदिर के अद्भुत वातावरण के बारे में।

Key Takeaways

  • योग
  • केदारनाथ की यात्रा ने अमृता को गहरी आत्मा की शांति का अनुभव कराया।
  • मंदिर का वातावरण ध्यान और साधना के लिए आदर्श है।

मुंबई, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस बार, अभिनेत्री अमृता खानविलकर ने योग दिवस के अवसर पर केदारनाथ मंदिर का दौरा किया, जहां उन्होंने भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। उन्होंने इस अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए एक वीडियो अपलोड किया।

केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर उत्तराखंड राज्य में, गढ़वाल हिमालय की पहाड़ियों पर, मंदाकिनी नदी के निकट स्थित है। यहां का मौसम अत्यधिक ठंडा और कठिन है, इसलिए यह मंदिर आम जन के लिए केवल अप्रैल से नवंबर के बीच खुला रहता है।

अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर अपने केदारनाथ यात्रा के अनुभव को साझा करते हुए लिखा कि "यदि मैं पिछले कुछ वर्षों में योग का अभ्यास करते हुए एक बात सीखी है, तो वह यह है कि योग केवल शारीरिक मुद्राओं या व्यायाम तक सीमित नहीं है; यह मन की शांति और आंतरिक संतुलन प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन भी है।"

उन्होंने कहा कि इस वर्ष उन्हें लगा कि दैनिक अभ्यास महत्वपूर्ण है, लेकिन कभी-कभी उस चीज़ से दूर जाना भी उतना ही आवश्यक है। "एक ऐसा अनुभव खोजना जो आपको और भी गहराई से जोड़े, और मेरे लिए वह अनुभव केदारनाथ की यात्रा थी। ब्रह्म मुहूर्त में, सुबह करीब 3:30 बजे, हमें मंदिर में दर्शन करने का सौभाग्य मिला, और उस पल से लेकर सुबह करीब 9 बजे तक, मैं खुद को वहां से जाने के लिए मजबूर नहीं कर पाई। मैंने खुद को मंदिर के दिव्य परिवेश में शांत, अभिभूत और पूरी तरह से संतुष्ट पाया।"

अभिनेत्री ने कहा कि जब वह बर्फ से ढके पहाड़ों के सामने खड़ी थीं और जैसे ही सूरज की पहली किरणें मंदिर के पीछे बर्फीली चोटियों को छू रही थीं, उन्हें लगा कि वह शब्दों से परे धन्य हैं। "केदारनाथ आने वाले हर व्यक्ति को अपना अनुभव, अपना जादुई पल मिलता है।

मैंने अपना अनुभव पाया और मैं इसे अपने साथ घर ले जा रही हूं, अपने दिल में, अपनी सांसों में और अपने अभ्यास में। आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

Point of View

बल्कि आत्मा की गहराई में जाकर शांति प्राप्त करने का एक मार्ग है। यह यात्रा हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे हम अपने जीवन में योग को एक महत्वपूर्ण स्थान दे सकते हैं।
NationPress
07/08/2025

Frequently Asked Questions

अमृता खानविलकर ने केदारनाथ यात्रा का अनुभव कैसे साझा किया?
उन्होंने अपने अनुभव को सोशल मीडिया पर एक वीडियो के माध्यम से साझा किया।
केदारनाथ मंदिर का महत्व क्या है?
यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और उत्तराखंड में स्थित है।
योग का असली उद्देश्य क्या है?
योग का उद्देश्य मन की शांति और आंतरिक संतुलन प्राप्त करना है।