क्या आज चोरी की सरकार है? दिल्ली रैली पर मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान
सारांश
Key Takeaways
- वोट चोरी के खिलाफ प्रदर्शन
- मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान
- राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा
- मुख्य चुनाव आयुक्त की भूमिका
- लोकतंत्र की सुरक्षा
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस ने रविवार को दिल्ली में कथित 'चोरी के वोट' के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि वर्तमान में सत्ता में एक 'चोरी की सरकार' है।
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "सदन में बयान देना एक बात है, लेकिन उन्होंने सदन में पूछे गए हमारे सवाल का उत्तर नहीं दिया। इसके बजाय उन्होंने अपना जवाब दिया। दूसरी बात, उन्होंने सदन को गलत जानकारी दी। हमने डिटेल्स मांगी थीं कि वोट किस प्रकार और कैसे चुराए गए, और हमने सबूत भी पेश किए।"
दिल्ली की रैली को लेकर पूर्व कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने कहा, "राहुल गांधी ने महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनावों पर रिसर्च की। इन राज्यों में चुनावों के एनालिसिस से पता चला कि उनकी रणनीति में हेरफेर शामिल है। मतदाताओं के वोट काटे गए और फर्जी वोटरों द्वारा मतदान कराया गया। इसके सभी सबूत मौजूद हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त इस मामले को सुनने को तैयार नहीं हैं।"
कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने कहा, "हर राज्य से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। हर राज्य का प्रतिनिधित्व होगा। केंद्र शासित प्रदेशों का भी प्रतिनिधित्व होगा। राहुल गांधी ने 'चोरी के वोट' के सबूत पेश किए हैं। इस रैली से पूरी उम्मीद है कि उनका संदेश हर राज्य में जमीनी स्तर तक पहुंचेगा।"
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने कहा, "सरकार यह सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है कि वोट कैसे चुराए जा रहे हैं। लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है और चुनाव आयोग की मिलीभगत से लोगों के वोटों में हेरफेर किया जा रहा है। हम कह सकते हैं कि 'वोट छोड़ो, गांधी छोड़ो' का नारा हमारे नेता राहुल गांधी ने दिया था और वह हमारा है।"