क्या अमृतसर में नशा तस्कर मनदीप की अवैध संपत्ति ध्वस्त हुई?

सारांश
Key Takeaways
- मनदीप सिंह की अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया गया।
- 200 किलो हेरोइन जब्त की गई।
- नशे के खिलाफ कार्रवाई में प्रशासन की सख्ती बढ़ी है।
- पुलिस ने नशा तस्करों की सूचना देने के लिए आम लोगों से अपील की है।
- यह कार्रवाई पंजाब को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अमृतसर, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब सरकार के नशा विरोधी अभियान को और मजबूत करते हुए, अमृतसर जिला प्रशासन ने मंगलवार को कुख्यात नशा तस्कर मनदीप सिंह उर्फ काली के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की। ग्वाल मंडी क्षेत्र में स्थित उसकी अवैध संपत्ति को नगर निगम की टीम ने पुलिस की उपस्थिति में ध्वस्त कर दिया।
मनदीप सिंह लंबे समय तक नशे के कारोबार में सक्रिय रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत सात से अधिक एफआईआर दर्ज हैं। इनमें नशीले पदार्थों की तस्करी, आपराधिक साजिश और जानलेवा हमले जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि साल 2015 में 19 जनवरी को उसके खिलाफ पहला मामला दर्ज किया गया था।
आरोपी फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उसे जल्द गिरफ्तार कर कानून के हवाले किया जाएगा।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने स्पष्ट रूप से कहा कि नशे के पैसों से खड़ी की गई कोई भी संपत्ति अब सुरक्षित नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के युवाओं का भविष्य नशे से बर्बाद करने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। यह कार्रवाई सभी नशा तस्करों के लिए एक सख्त संदेश है कि वे कानून से नहीं बच सकते।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने आगे कहा कि ग्वाल मंडी में कुख्यात ड्रग तस्कर मनदीप कुमार उर्फ काली की अवैध संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया और 200 किलो हेरोइन जब्त की गई। वह वर्षों से नशीले पदार्थों के धंधे में सक्रिय है और उस पर तस्करी और हिंसक अपराधों सहित कई एनडीपीएस और आईपीसी के मामले दर्ज हैं। उन्होंने निवासियों से ड्रग गतिविधियों की गोपनीय रूप से सूचना देने का आग्रह किया।
प्रशासन और पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे नशा तस्करों की जानकारी गुप्त रूप से साझा करें। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी। प्रशासन का दावा है कि इस तरह की कार्रवाइयों से पंजाब को नशा मुक्त बनाने की लड़ाई और तेज होगी।