क्या अमृतसर रेलवे स्टेशन पर छठ पूजा के लिए यात्रा को लेकर भीड़ बढ़ रही है?
सारांश
Key Takeaways
- छठ पूजा के लिए बढ़ती भीड़ ने यात्रियों को परेशान किया है।
- टिकट की कमी के कारण लोग प्लेटफार्मों पर फंसे हैं।
- सरकार से अतिरिक्त ट्रेनों की मांग की जा रही है।
- महिलाओं और बच्चों को जनरल डिब्बों में भारी भीड़ का सामना करना पड़ रहा है।
- रेलवे ने सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया है।
अमृतसर, 24 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छठ पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश और बिहार से आने वाले प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी में कठिनाइयाँ बढ़ती जा रही हैं। पंजाब के अमृतसर से इन दोनों राज्यों के लिए जाने वाली ट्रेनों में लगातार भीड़ देखी जा रही है। श्रमिकों को घर लौटने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले दो दिनों में अमृतसर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। बहुत से लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहा है। इसके बावजूद, कई लोग ट्रेनों में बैठकर यात्रा कर रहे हैं। भीड़ के कारण सभी ट्रेनें फुल हो रही हैं।
अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और पटियाला जैसे प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है, लेकिन टिकट
प्रवासी समुदाय के अध्यक्ष महेश वर्मा ने कहा, "छठ पूजा बिहार और यूपी के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है। ऐसे में सरकार को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी और अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था करनी चाहिए थी। हजारों प्रवासी टिकट न मिलने के कारण प्लेटफार्मों पर फंसे हुए हैं।"
उन्होंने कहा कि प्रवासी संगठनों ने रेलवे प्रशासन और केंद्र सरकार से तत्काल अतिरिक्त ट्रेनों की मांग की है ताकि लोग सुरक्षित रूप से अपने घर पहुंच सकें और छठ पूजा को धूमधाम से मना सकें।
यात्री अर्जुन यादव ने कहा कि लाखों लोग घर जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन सभी ट्रेनों की बुकिंग फुल हो चुकी है। जनरल डिब्बों में महिलाओं और बच्चों को भारी भीड़ और धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर झगड़े की घटनाएं भी सामने आई हैं।
यात्री अरेश पटेल ने बताया कि अमृतसर से बिहार जाने के लिए केवल "जन नायक एक्सप्रेस" ही उपलब्ध है, जिससे यात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण स्थिति बेकाबू होती जा रही है।
हालांकि, रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा और व्यवस्था के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है, लेकिन भीड़ के दबाव के कारण यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रवासियों ने रेलवे से और ट्रेनें चलाने और रिजर्वेशन प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग की है।