क्या वीर सावरकर ने अपने साहस से पूरे देश को प्रेरित किया? : आशीष शेलार
सारांश
Key Takeaways
- अंडमान में स्थित वीर सावरकर प्रेरणा पार्क का उद्घाटन ११ दिसंबर को होगा।
- पार्क का उद्देश्य नई पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा देना है।
- इस पार्क में सावरकर की प्रेरणादायक प्रतिमा और ऑडियो कैसेट की व्यवस्था है।
- गृहमंत्री अमित शाह उद्घाटन करेंगे।
- यह पार्क अंडमान की अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता में स्थित है।
अंडमान, ११ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अंडमान के बेओदनाबाद क्षेत्र में निर्मित ‘वीर सावरकर प्रेरणा पार्क’ का भव्य उद्घाटन शुक्रवार को आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान महिलाएं शंखनाद कर पारंपरिक रस्में निभाएंगी। इस पार्क का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा वीर विनायक दामोदर सावरकर के अदम्य साहस, बलिदान और देशभक्ति की भावना को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है।
भाजपा विधायक आशीष शेलार ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत करते हुए कहा कि जिस अंडमान में अंग्रेजों ने सावरकर पर अमानवीय अत्याचार किए, वहीं अब उनकी वीरता को समर्पित यह प्रेरणा पार्क स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा, “सेलुलर जेल की काल कोठरी में सावरकर को जिन कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, वह किसी संघर्षशील योद्धा के लिए भी असहनीय थीं, लेकिन सावरकर ने अपना मनोबल कभी नहीं खोया और अपने साहस से पूरे देश को प्रेरित किया।”
शेलार ने बताया कि जिला परिषद के सहयोग से बनाए गए इस पार्क में सावरकर की प्रेरणादायक प्रतिमा, कॉफी टेबल बुक और उनके लिखे गीतों पर आधारित ऑडियो कैसेट की व्यवस्था की गई है, जिससे लोग उनके योगदान और विचारधारा से सीधे जुड़ सकें। इस प्रेरणा पार्क का लोकार्पण देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किया जाएगा।
दक्षिण अंडमान जिला परिषद के अध्यक्ष प्रकाश अधिकारी ने कहा कि वीर सावरकर प्रेरणा पार्क का विचार लगभग दो वर्ष पूर्व सामने आया था। उन्होंने कहा कि परिषद सदस्य भूमि नाथन ने बेओदनाबाद पंचायत क्षेत्र में इस पार्क के निर्माण का सुझाव दिया था। उस समय परिषद की पूर्व अध्यक्ष परिमिला के कार्यकाल में इस स्थान की उपेक्षा को देखते हुए इसे एक प्रेरणादायक स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनी।
प्रकाश अधिकारी ने कहा, “इस क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य अद्वितीय है। पूरे अंडमान में ऐसा मनमोहक दृश्य कहीं और देखने को नहीं मिलता। यह मेरा सौभाग्य है कि मेरे कार्यकाल में इस पार्क का उद्घाटन होने जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि परिमिला और बाद में अध्यक्ष बने संजय सिंह के सहयोग से इस परियोजना ने गति पकड़ी और अब यह एक ऐतिहासिक और प्रेरक स्थल के रूप में सामने आ रहा है।