क्या आंध्र प्रदेश में पाकिस्तान समर्थित सोशल मीडिया समूहों से जुड़े शख्स की गिरफ्तारी हुई?

Click to start listening
क्या आंध्र प्रदेश में पाकिस्तान समर्थित सोशल मीडिया समूहों से जुड़े शख्स की गिरफ्तारी हुई?

सारांश

आंध्र प्रदेश पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है जो पाकिस्तान समर्थित सोशल मीडिया समूहों से जुड़ा था। यह गिरफ्तारी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए महत्वपूर्ण है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके संभावित प्रभाव।

Key Takeaways

  • गिरफ्तारी से पता चलता है कि आतंकवादी गतिविधियों में सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है।
  • पुलिस ने डिजिटल फुटप्रिंट का विश्लेषण करने के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं में मोबाइल भेजा।
  • आरोपी ने गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता दिखाई है।
  • स्थानीय युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालने के प्रयास जारी हैं।
  • पुलिस की कार्रवाई से सुरक्षा को मजबूती मिली है।

अमरावती, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश पुलिस ने श्री सत्य साईं जिले में पाकिस्तान समर्थित सोशल मीडिया समूहों से सक्रियता से जुड़े एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) वी. रत्ना ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोतवाल नूर मोहम्मद को धर्मावरम कस्बे से गिरफ्तार किया गया।

उन्‍होंने बताया कि बीएनएस और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एसपी ने बताया कि आरोपी पर विभिन्न ग्रुपों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और देश की संप्रभुता और अखंडता के लिए हानिकारक गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप है।

एसपी के अनुसार, वह प्रतिबंधित संगठनों के छह व्हाट्सएप ग्रुपों का सदस्य है और पाकिस्तान के 30 अन्य सोशल मीडिया ग्रुप में भी सक्रिय था।

पुलिस ने नूर मोहम्मद के संपर्क में रहने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

नूर मोहम्मद को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और उसे कडप्पा जेल भेजा गया। वह कस्बे के एक होटल में चिकन बिरयानी बनाने का कार्य करता था और पिछले 15 वर्षों से कस्बे में निवास कर रहा था।

पुलिस को पहले संदेह था कि वह एक निष्क्रिय सदस्य है, लेकिन प्रारंभिक जांच से पता चला कि वह चरमपंथी विचारधारा को महिमामंडित करने के उद्देश्य से चर्चाओं में सक्रिय भागीदार था।

पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन और एक किताब जब्त की है, जिसमें उसने कथित तौर पर व्हाट्सएप ग्रुप से प्राप्त संदेश और जानकारी लिखी थी।

एसपी ने बताया कि जब्त किया गया मोबाइल उसके 'डिजिटल फुटप्रिंट' की जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं में भेजा गया है, ताकि उसके नेटवर्क का पता लगाया जा सके। उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि आरोपी ने श्री सत्य साईं जिले के बाहर भी भर्ती करने या हमदर्द के तौर पर काम किया हो।

काउंटर-इंटेलिजेंस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उसकी गिरफ्तारी की गई। पूछताछ में यह भी पता चला कि वह आतंकवादी संगठनों से प्रशिक्षण लेने के लिए तैयार था।

एसपी ने कहा कि यह घटना साबित करती है कि आतंकवादी संगठनों द्वारा स्थानीय स्तर पर युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का किस तरह से गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।

Point of View

NationPress
17/08/2025

Frequently Asked Questions

यह गिरफ्तारी क्यों की गई?
गिरफ्तारी पाकिस्तान समर्थित सोशल मीडिया समूहों से जुड़े गतिविधियों के चलते की गई।
क्या आरोपी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था?
आरोपी पर देश की संप्रभुता के लिए हानिकारक गतिविधियों का आरोप है।
पुलिस ने क्या-क्या जब्त किया?
पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन और एक किताब जब्त की है।
क्या आरोपी का नेटवर्क अन्य राज्यों तक फैला हुआ है?
हां, संभावित रूप से आरोपी ने अन्य क्षेत्रों में भी भर्ती करने का कार्य किया।
क्या सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है?
हां, यह घटना इस बात का सबूत है कि आतंकवादी संगठन सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं।