क्या बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने रिलायंस कम्युनिकेशंस और अनिल अंबानी के ठिकानों पर छापेमारी की?

सारांश
Key Takeaways
- अनिल अंबानी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
- सीबीआई ने बैंक धोखाधड़ी मामले में छापेमारी की है।
- यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय की जांच के बाद हुई है।
- अनिल अंबानी से ईडी ने पूछताछ की थी।
- जांच में नए खुलासे की उम्मीद है।
मुंबई, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उद्योगपति अनिल अंबानी की परेशानियाँ बढ़ती जा रही हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरसीओएम) और अनिल अंबानी से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई एक बैंक धोखाधड़ी मामले में की गई है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने शनिवार सुबह मुंबई में अनिल अंबानी और रिलायंस कम्युनिकेशंस से जुड़े छह ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के बाद शुरू हुई है।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह मामला बैंक धोखाधड़ी से संबंधित है, जिसकी जानकारी सरकार ने पहले ही संसद में दी थी।
बताया जा रहा है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने 13 जून 2025 को रिलायंस कम्युनिकेशंस के खाते को फ्रॉड घोषित किया था। इसके बाद 24 जून को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को इसकी रिपोर्ट दी गई थी।
इस कार्रवाई ने रिलायंस समूह में हड़कंप मचा दिया है। सीबीआई इस मामले में गहन जांच कर रही है और जल्द ही नए खुलासे होने की संभावना है।
इससे पहले, 5 अगस्त को ईडी ने अनिल अंबानी से नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में 17,000 करोड़ रुपए के बैंक लोन घोटाले को लेकर पूछताछ की थी।
इस पूछताछ में अनिल अंबानी से कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए, जैसे "क्या लोन शेल कंपनियों को भेजे गए थे?", "क्या पैसा राजनीतिक दलों को दिया गया?", और "क्या आपने किसी अधिकारी को रिश्वत दी?"
यह मामला अनिल अंबानी के रिलायंस समूह की कई कंपनियों से जुड़ा है, जिनमें रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस कम्युनिकेशंस शामिल हैं।
जांच का एक हिस्सा 2017 और 2019 के बीच यस बैंक द्वारा दिए गए लगभग 3,000 करोड़ रुपए के लोन के कथित दुरुपयोग से संबंधित है।
दूसरा हिस्सा रिलायंस कम्युनिकेशंस से जुड़े 14,000 करोड़ रुपए से अधिक के एक बड़े घोटाले से संबंधित है।