क्या एक मां की तरह पेड़ों से भी प्यार करना होगा? अनिल विज ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया

सारांश
Key Takeaways
- पेड़ हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है।
- हरियाणा सरकार इस मुहिम में सक्रिय भागीदारी कर रही है।
- समाज को पेड़ों की देखभाल करनी चाहिए।
- सभी को इस मुहिम में शामिल होना चाहिए।
अंबाला, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आरंभ की गई 'एक पेड़ मां के नाम' मुहिम के तहत हरियाणा के अंबाला में रविवार को वन विभाग ने वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता पर बल दिया।
हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान चलाया जा रहा है। उनके हर एक शब्द का गहरा अर्थ होता है। जिस प्रकार मां हमें प्यार और स्नेह देती है, उसी प्रकार हमें पेड़ों से भी प्रेम करना चाहिए। मां हमें जन्म देती है, पालन-पोषण करती है और हमारी रक्षा करती है। ठीक इस तरह, हमें पेड़ लगाने, उनकी देखभाल करने और उन्हें नुकसान से बचाने का दायित्व लेना चाहिए।"
उन्होंने घोषणा की कि अंबाला छावनी के प्रत्येक वार्ड और ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकता के अनुसार पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा, "हमारी धरती पर पहले पेड़ों का बसेरा था, लेकिन विकास के कारण पेड़ों को हटाया गया और उनकी जगह बड़े-बड़े मैदानों, स्कूल, कॉलेज और बिल्डिंगों ने ले ली है। इसी वजह से पर्यावरण का संतुलन भी बिगड़ गया है। हालांकि, अब पेड़ों को उनकी जगह देनी होगी।"
इस पहल का उद्देश्य भारत को हरा-भरा बनाना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। मंत्री विज ने लोगों से अपील की कि वे इस मुहिम में सक्रिय रूप से भाग लें और अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखें।
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने राहुल गांधी की 'वोट अधिकार यात्रा' पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "उनकी (राहुल गांधी) यात्रा से साफ जाहिर है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट ने अपना आदेश दे दिया है, इसलिए उन्हें उसका पालन करना चाहिए। उनकी यात्रा से कोई भी अदालत अपना फैसला नहीं बदलेगी।"