क्या केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा ने दुमका में 'वोकल फॉर लोकल' अभियान को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की?

सारांश
Key Takeaways
- वोकल फॉर लोकल अभियान का समर्थन करें।
- स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग बढ़ाएं।
- सरकार के आत्मनिर्भरता लक्ष्यों में सहयोग करें।
- स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें।
- बिहार के विकास में भागीदारी करें।
दुमका, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने दुमका परिसदन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान के अंतर्गत देशवासियों को भारत में निर्मित स्वदेशी वस्तुओं का अधिकतम उपयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। मोदी सरकार का लक्ष्य यह है कि देश के छोटे-छोटे शिल्पकारों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा निर्मित उत्पादों को प्राथमिकता दी जाए, जिससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प साकार हो सके।
अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि आज भारत सुई से लेकर ब्रह्मोस मिसाइल तक का निर्माण कर रहा है, जिससे देश रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बन चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उद्देश्य है कि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाकर हर घर तक ‘वोकल फॉर लोकल’ का संदेश पहुंचाया जाए। इसी दिशा में भाजपा ने जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक घर-घर संपर्क अभियान चलाने का संकल्प लिया है।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान को 'हास्यास्पद और विरोधाभासी' बताया। उन्होंने कहा, 'क्या ममता बनर्जी चाहती हैं कि बच्चियां घर में कैद रहें, पढ़ाई-लिखाई और ट्यूशन के लिए बाहर न जाएं? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महिला मुख्यमंत्री के प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।'
उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से कानून-व्यवस्था को सुधारने पर गंभीरता से ध्यान देने की अपील की।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि बिहार की जनता में एनडीए और भाजपा के प्रति गहरा विश्वास है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य में विकास और महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों से जनता संतुष्ट है। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी चुनाव में एनडीए की सरकार एक बार फिर से बिहार में बनेगी।
वहीं, बिहार में हुए एसआईआर प्रक्रिया को लेकर उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के बारे में चुनाव आयोग ने विस्तार से जानकारी दे दी है। आयोग ने बताया कि इससे किसी के अधिकार को नहीं छीना जा रहा है। चुनाव आयोग मतदाता सूची के शुद्धीकरण के लिए एसआईआर करता है। बिहार से पहले भी गहन पुनरीक्षण किया गया है।