क्या अनुराग ठाकुर ने राजद पर हमला करते हुए बिहार के विकास की गति को बताया तेज?
सारांश
Key Takeaways
- बिजली की उपलब्धता 22 प्रतिशत से बढ़कर 100 प्रतिशत हुई है।
- बिहार का विकास दर 4.4 प्रतिशत से 11.9 प्रतिशत तक बढ़ा है।
- बुनियादी ढांचे में बड़ा सुधार हुआ है।
- महिलाओं को 10,000 रुपए रोकने की कोशिश की जा रही है।
- एनडीए शासन में हवाई, स्वास्थ्य और तकनीकी क्षेत्रों का विकास हुआ है।
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि लालू यादव के कार्यकाल में बिहार में बिजली की उपलब्धता केवल 22 प्रतिशत थी, जबकि आज यह 100 प्रतिशत हो गई है। पहले यहां टूटी-फूटी सड़कें थीं, लेकिन अब हमारे पास चार-लेन हाईवे और गांव-गांव सड़क कनेक्टिविटी है।
अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि बिहार की जनता ने विकास को देखा है और अब वे एक बार फिर एनडीए सरकार चाहती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए के अन्य नेताओं ने युवाओं और आम लोगों के हित में निरंतर काम किया है।
उन्होंने यह भी कहा, "बिहार ने रफ्तार पकड़ी है। लोग फिर से एनडीए सरकार की मांग कर रहे हैं। एनडीए सरकार ने बिहार के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।"
अनुराग ठाकुर ने लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल को लक्षित करते हुए कहा कि उस समय बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब थी।
उन्होंने कहा, "जब लालू यादव थे, तब राज्य का विकास दर केवल 4.4 प्रतिशत था, जबकि एनडीए सरकार के कार्यकाल में यह 11.9 प्रतिशत तक बढ़ गई है।"
उन्होंने बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि एनडीए सरकार आने के बाद बिजली की उपलब्धता में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। पहले बिजली की उपलब्धता मात्र 22 प्रतिशत थी, लेकिन अब यह 100 प्रतिशत हो गई है।
वे कहते हैं, "पहले यहां सड़कें टूटी-फूटी थीं, अब हमारे पास चार-लेन हाईवे और गांव-गांव सड़क कनेक्टिविटी है।"
अनुराग ठाकुर ने यह भी बताया कि एनडीए शासन में बिहार के हवाई, स्वास्थ्य और तकनीकी क्षेत्रों में भी बड़ा विस्तार हुआ है। पहले बिहार में केवल एक एयरपोर्ट था, अब तीन नए एयरपोर्ट बन चुके हैं और चार और बन रहे हैं। मेडिकल कॉलेजों की संख्या पांच गुना से ज्यादा बढ़ गई है। इंजीनियरिंग कॉलेज पहले केवल दो थे, अब 33 हो चुके हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा, "यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव कई वादे कर रहे हैं, लेकिन वे महिलाओं को मिलने वाले 10,000 रुपए रोकने की कोशिश भी कर रहे हैं। क्या उन्हें बिहार की महिलाओं की आत्मनिर्भरता और गरिमा का सम्मान नहीं है? महागठबंधन ने लिखकर कहा कि 10,000 रुपए बंद कर दिए जाएं। मैं बिहार की माताओं और बहनों से अपील करता हूं कि लालू प्रसाद यादव और जंगल राज की पार्टी को वोट न दें, नहीं तो आपके 10,000 रुपए रोकने की शुरुआत हो जाएगी।