क्या ममता बनर्जी की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है? : अर्जुन सिंह

सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी की सरकार की आर्थिक स्थिति गंभीर है।
- सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है।
- भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के allegations हैं।
- सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनदेखी हो रही है।
- राज्य सरकार के खजाने की आय जीरो हो चुकी है।
बैरकपुर, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला करते हुए उन्हें हर मोर्चे पर विफल करार दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य का खजाना पूरी तरह से खाली हो चुका है, जिसके परिणामस्वरूप सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में, उन्होंने टीएमसी सरकार पर वेस्ट बंगाल स्टाफ भर्ती परीक्षा को लेकर कड़ा आक्रमण किया। उनका आरोप था कि ममता बनर्जी और उनकी सरकार वास्तव में किसी को नौकरी देने में रुचि नहीं रखती हैं, और उन्होंने एसएससी प्रक्रिया को केवल नाटक बताया।
उन्होंने विशेष रूप से उन 156 शिक्षकों पर निशाना साधा, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा भ्रष्ट और अयोग्य घोषित किया गया था। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसे उम्मीदवार परीक्षा में नहीं बैठ सकते, तो उन्हें दोबारा अनुमति देने का क्या औचित्य है?
अर्जुन सिंह ने कहा कि यदि कोई इस परीक्षा के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर देता है, तो मामला अटक जाएगा और भर्ती प्रक्रिया रुक जाएगी, जिससे किसी को भी नौकरी नहीं मिलेगी और न ही सैलरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी वास्तव में यही चाहती हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार का खजाना खाली है, सरकार की आय जीरो हो चुकी है और सरकारी कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं। इसके साथ ही, उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार को बुआ-बेटा की सरकार करार देते हुए कहा कि यह हर मोर्चे पर विफल रही है। भाजपा नेता ने कहा कि ममता बनर्जी नहीं चाहती हैं कि प्रदेश में किसी को भी सरकारी विभाग में नौकरी दी जाए।