क्या नीतीश कुमार का दिल राजगीर में है और लालू यादव का अपने बेटे में?

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क्या नीतीश कुमार का दिल राजगीर में है और लालू यादव का अपने बेटे में?

सारांश

असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार पर चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार में बदलाव की लहर है। उन्होंने कहा कि मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है, लेकिन मुसलमानों को क्यों नहीं? यह चुनावी माहौल में बड़ा सवाल है।

Key Takeaways

  • असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार पर हमला किया।
  • बिहार में महागठबंधन और एनडीए के बीच मुख्य मुकाबला।
  • ओवैसी ने मुसलमानों के अधिकारों की बात की।
  • बदलाव की लहर को लेकर मतदाता उत्सुक हैं।
  • बिहार चुनाव की तारीखें निर्धारित हैं।

गोपालगंज, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया। उन्होंने अपनी पार्टी को एक तीसरा विकल्प बताते हुए कहा कि इस बार जनता बदलाव की चाह में है।

ओवैसी ने गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा में महागठबंधन द्वारा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के चेहरों की घोषणा को लेकर कहा कि बिहार में मल्लाह समाज की जनसंख्या तीन प्रतिशत है और उस समाज के व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि 14 प्रतिशत आबादी वाले समाज का बेटा मुख्यमंत्री बनता है, वहीं 17 प्रतिशत आबादी वाले मुसलमानों को न तो मुख्यमंत्री बनने दिया जाता है और न ही उपमुख्यमंत्री बनने दिया जाता है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो आजम का बेटा भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बन सकता है। ओवैसी ने पार्टी प्रत्याशी को जीताने की अपील करते हुए कहा कि अब तक यहां से जो भी जनप्रतिनिधि बने, उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन अब लोग बदलाव की ओर अग्रसर हैं।

ओवैसी ने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से सत्ता में हैं, लेकिन उनका दिल राजगीर के लिए धड़कता है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल अहमदाबाद में बसा है। इसी तरह, लालू यादव का दिल सिर्फ अपने बेटे में बसता है। उन्होंने कहा कि किसी ने भी मुसलमानों के अधिकारों की बात नहीं की है, ये कभी मुसलमानों का भला नहीं कर सकते।

उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाने वाली राजनीति करने का आरोप भी लगाया।

छठ महापर्व के बाद बिहार चुनाव के प्रचार में तेजी आ रही है। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। वहीं, मतगणना 14 नवंबर को होगी।

इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है। हालांकि, एआईएमआईएम भी एक अलग गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में है। प्रशांत किशोर की जन सुराज भी 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

Point of View

NationPress
28/10/2025