क्या नए गायक आरडी बर्मन के क्लासिक गाने नहीं गा पाएंगे? आशा भोसले का बयान

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क्या नए गायक आरडी बर्मन के क्लासिक गाने नहीं गा पाएंगे? आशा भोसले का बयान

सारांश

आशा भोसले ने आर.डी. बर्मन को उनकी जयंती पर याद किया और उनके संगीत पर नए गायकों की चुनौतियों के बारे में चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि बर्मन की धुनों पर नए कलाकार गाने में कठिनाई महसूस करेंगे। जानिए उनके अनुभव और बर्मन के साथ बिताए लम्हों के बारे में।

Key Takeaways

  • आर.डी. बर्मन का संगीत अद्वितीय है।
  • आशा भोसले का अनुभव नए गायकों के लिए चुनौतियों का संकेत है।
  • बर्मन की धुनों में गहराई और भावनाएं हैं।
  • दोनों ने मिलकर कई हिट गाने दिए।
  • उनकी शादी और संबंध जटिल थे।

मुंबई, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध गायिका आशा भोसले ने महान संगीतकार राहुल देव बर्मन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके अद्वितीय योगदान के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने बर्मन की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें याद किया। इसके बाद उन्होंने उनके हारमोनियम पर माला भी चढ़ाई। इस अवसर पर महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार भी उपस्थित थे।

आशा भोसले ने फैंस के साथ उनकी जयंती का केक भी काटा।

राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए आशा भोसले ने आर. डी. बर्मन, जिन्हें प्यार से पंचम दा के नाम से जाना जाता है, के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने दुख व्यक्त किया कि आज जब सभी लोग उनके 85वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं, तब वे हमारे बीच नहीं हैं।

उन्होंने कहा, "आर. डी. बर्मन के साथ मुझसे गाना गाने में कभी कोई मुश्किल नहीं हुई। मैं उनकी धुनों पर बेहद सहजता से गाती थी, लेकिन अब जो नए गायक आएंगे, वे उनके संगीत पर गाने में काफी कठिनाई महसूस करेंगे। नए कलाकार वो गाने नहीं गा पाएंगे जो मैंने उनके साथ गाए थे।"

आरडी बर्मन के संगीत निर्देशन में आशा भोसले ने 'ओ मेरे सोना ना रे..', 'चुरा लिया है जो दिल को', 'तुम साथ हो जब अपने', 'दम मारो दम', 'दो लफ्जो की है दिल की', 'कह दूं तुम्हें', 'सुन सुन दीदी तेरे लिए..' जैसे गानों को आवाज दी।

बता दें कि आशा भोसले ने आर. डी. बर्मन से 1980 में शादी की थी। यह दोनों की दूसरी शादी थी। आर. डी. बर्मन की पहली शादी रीता पटेल से हुई थी। रीता शादी से पहले उनकी बड़ी प्रशंसक थीं और उन्होंने अपने दोस्तों से शर्त लगाई थी कि मैं आर. डी. बर्मन के साथ एक दिन डेट पर जाऊंगी। एक दिन रीता ने सच में उनसे पूछ लिया और वह मान भी गए। दोनों ने डेट पर गए। समय के साथ रिश्ता प्यार में बदल गया। दोनों ने 1966 में शादी की, लेकिन शादी के पांच साल बाद उनका तलाक हो गया।

वहीं आशा भोसले की पहली शादी गणपतराव से हुई थी, जिनसे उन्हें तीन बच्चे भी हैं।

आर. डी. बर्मन और आशा भोसले की पहली मुलाकात 1970 में हुई थी। उन्होंने साथ में कई हिट गाने दिए और काम करते-करते दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। आर. डी. बर्मन और आशा के बीच 6 साल का फासला था। जिसके चलते आर. डी. बर्मन की मां इस रिश्ते के खिलाफ थीं। दोनों ने कई साल इंतजार किया और आखिरकार 1980 में शादी की। हालांकि उनकी यह शादी भी ज्यादा समय तक नहीं चल सकी।

Point of View

बल्कि एक गहरी भावना है। नए गायक इस कठिनाई का सामना कर सकते हैं, लेकिन बर्मन की धुनों में जो जादू है, वह कभी नहीं मिटेगा। यह बात हमें संगीत के प्रति अपने दृष्टिकोण को फिर से सोचने पर मजबूर करती है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

आशा भोसले ने आर.डी. बर्मन को किस अवसर पर याद किया?
आशा भोसले ने आर.डी. बर्मन को उनकी जयंती पर याद किया।
आशा भोसले ने आर.डी. बर्मन के साथ कौन से गाने गाए?
आशा भोसले ने 'ओ मेरे सोना ना रे..', 'चुरा लिया है जो दिल को', 'दम मारो दम' जैसे गाने गाए।
आर.डी. बर्मन ने कब शादी की थी?
आर.डी. बर्मन ने 1980 में आशा भोसले से शादी की थी।
आशा भोसले की पहली शादी किससे हुई थी?
आशा भोसले की पहली शादी गणपतराव से हुई थी।
आर.डी. बर्मन और आशा भोसले की पहली मुलाकात कब हुई थी?
आर.डी. बर्मन और आशा भोसले की पहली मुलाकात 1970 में हुई थी।