क्या अश्विनी कुमार शर्मा पंजाब भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- अश्विनी कुमार शर्मा को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
- यह नियुक्ति जेपी नड्डा द्वारा की गई है।
- भाजपा 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।
- रवनीत सिंह बिट्टू ने उन्हें बधाई दी है।
- अश्विनी का अनुभव पार्टी को मजबूती देगा।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी ने एक महत्वपूर्ण परिवर्तन किया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को पठानकोट से विधायक अश्विनी कुमार शर्मा को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तुरंत प्रभाव से प्रभावी होगी। इसकी जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने साझा की।
इस नियुक्ति के बाद केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने अश्विनी कुमार शर्मा को बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अश्विनी कुमार शर्मा को पंजाब भाजपा का नया कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई। आपका समृद्ध अनुभव और पार्टी के प्रति अटूट प्रतिबद्धता निस्संदेह पंजाब में भाजपा की स्थिति को मजबूत करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में आपको इस नई जिम्मेदारी में अपार सफलता की शुभकामनाएं।"
भाजपा पंजाब में 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए भी महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है। अश्विनी एक अनुभवी नेता हैं और पहले भी पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। वह कॉलेज के दिनों से आरएसएस और भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े रहे हैं। वह 2007 से 2010 तक पंजाब भाजपा के महासचिव भी रहे हैं।
भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को देखते हुए अश्विनी शर्मा को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाना एक रणनीतिक निर्णय माना जा रहा है। उन्होंने पठानकोट सीट पर अमित विज को हराकर जीत हासिल की, जो 7759 वोटों के अंतर से हुई थी। भाजपा ने यह निर्णय पार्टी को मजबूत करने के लिए किया है।
यह उल्लेखनीय है कि पंजाब में लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को 13 सीटों में से कोई भी सीट नहीं मिली थी। चुनाव के इस परिणाम की जिम्मेदारी लेते हुए सुनील जाखड़ ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।