क्या असम में कछार जिले में विदेशी सिगरेट रैकेट का भंडाफोड़ हुआ?

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क्या असम में कछार जिले में विदेशी सिगरेट रैकेट का भंडाफोड़ हुआ?

सारांश

असम में एक प्रमुख तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें 1.83 करोड़ रुपए की विदेशी सिगरेट मिली। जानें इस ऑपरेशन और तस्करों की गिरफ्तारी के बारे में।

Key Takeaways

  • असम में 1.83 करोड़ रुपए की सिगरेट बरामद की गई।
  • दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
  • म्यांमार से तस्करी की जा रही थी।
  • असम राइफल्स और पुलिस का संयुक्त अभियान।
  • तस्करी पर नियंत्रण की आवश्यकता।

सिलचर, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम राइफल्स ने असम पुलिस के सहयोग से दक्षिणी असम के कछार जिले में एक अवैध विदेशी सिगरेट रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई के दौरान असम में 1.83 करोड़ रुपए मूल्य की सिगरेट की एक बड़ी खेप बरामद की गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

म्यांमार से तस्करी करके लाई गई सिगरेटों की बरामदगी के सिलसिले में दो ड्रग तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर असम राइफल्स की एक टीम ने असम पुलिस के साथ मिलकर सिलचर के तारापुर इलाके में एक अभियान चलाया और अवैध एस्से लाइट सिगरेट के 3,060 पैकेट बरामद किए, जिनका बाजार मूल्य लगभग 1.83 करोड़ रुपए है।

इस जब्ती के सिलसिले में हन्नान हुसैन बर्नहुइया और इस्लामुद्दीन लस्कर नाम के दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों कछार जिले के निवासी हैं।

पुलिस ने एक स्कॉर्पियो वाहन भी जब्त किया है।

असम राइफल्स के एक बयान में कहा गया है कि यह अभियान तस्करी पर अंकुश लगाने और क्षेत्र को अवैध व्यापार गतिविधियों से बचाने के प्रति असम राइफल्स की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

म्यांमार का चिन राज्य मिजोरम के छह जिलों- चम्फाई, सियाहा, लॉन्ग्टलाई, हनाहथियाल, सैतुअल और सेरछिप- से होकर कई तरह की दवाओं, विदेशी सिगरेट, जंगली जानवरों और कई दूसरी प्रतिबंधित चीजों की तस्करी का हब है।

पूर्वोत्तर क्षेत्र में तस्करी की जाने वाली दवाओं में अत्यधिक नशे की लत वाली मेथामफेटामाइन टैबलेट होती है, जिसमें मेथामफेटामाइन और कैफीन का मिश्रण होता है।

इनको याबा, या 'पार्टी टैबलेट,' के नाम से जाना जाता है। इन्हें अक्सर 'क्रेजी ड्रग' कहा जाता है। इन गोलियों का नशेड़ी व्यापक रूप से दुरुपयोग करते हैं और भारत में प्रतिबंधित हैं।

म्यांमार से तस्करी के बाद मेथामफेटामाइन की गोलियां और अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं मिजोरम से होकर भारत के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ बांग्लादेश और अन्य पड़ोसी देशों में भी पहुंचाई जाती हैं। मिजोरम की म्यांमार और बांग्लादेश के साथ क्रमशः 510 किलोमीटर और 318 किलोमीटर लंबी बिना बाड़ वाली सीमा है।

Point of View

लेकिन इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। देश को सुरक्षित रखने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
NationPress
09/12/2025

Frequently Asked Questions

कछार में सिगरेट रैकेट का भंडाफोड़ कैसे हुआ?
असम राइफल्स और असम पुलिस ने मिलकर खुफिया सूचना के आधार पर अभियान चलाया और 3,060 पैकेट सिगरेट बरामद किए।
गिरफ्तार तस्करों के नाम क्या हैं?
गिरफ्तार तस्करों के नाम हन्नान हुसैन बर्नहुइया और इस्लामुद्दीन लस्कर हैं।
इस कार्रवाई में कितनी सिगरेट बरामद की गई?
इस कार्रवाई में लगभग 1.83 करोड़ रुपए मूल्य की सिगरेट बरामद की गई।
तस्करी का मुख्य मार्ग कौन सा है?
म्यांमार का चिन राज्य मिजोरम के माध्यम से तस्करी का मुख्य मार्ग है।
क्या असम राइफल्स का यह अभियान महत्वपूर्ण है?
जी हां, यह अभियान तस्करी पर अंकुश लगाने और क्षेत्र को अवैध व्यापार से बचाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
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