क्या अवैध विदेशी भारतीयों के रोजगार को खतरे में डाल रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स एक्ट, 2025 ने अवैध विदेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त किया है।
- संसाधनों का दुरुपयोग और रोजगार छिनने की समस्या पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- संजय निरुपम ने कांग्रेस और राजद पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
- पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाने के बावजूद, चुनावी सफलता संदिग्ध है।
- पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्दों का उपयोग निंदनीय है।
मुंबई, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स एक्ट, 2025 1 सितंबर से प्रभावी हो गया है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने इस कानून की सराहना करते हुए कहा कि अवैध रूप से निवास कर रहे विदेशी नागरिक हमारे युवाओं का रोजगार छीन रहे हैं और संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
निरुपम ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि अवैध रूप से निवास कर रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई आवश्यक है। उन्होंने बताया कि संसद ने 2025 में एक कानून पारित किया है, जो ऐसे नागरिकों की पहचान और उन्हें वापस भेजने से संबंधित है और यह लागू हो चुका है। निरुपम ने कहा कि भारत की जनसंख्या 140 करोड़ है और संसाधन सीमित हैं, ऐसे में अवैध रूप से रह रहे विदेशी हमारे युवाओं का रोजगार छीन रहे हैं और संसाधनों का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने इस कानून का स्वागत करते हुए कहा कि इन अवैध घुसपैठियों को शीघ्रता से डिपोर्ट किया जाना चाहिए।
संजय निरुपम ने वोटर अधिकार यात्रा को लेकर कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अपने-अपने वोट बैंक पर निर्भर हैं। उनकी सभाओं में मुस्लिम और यादव समुदाय की भीड़ दिखती है, लेकिन इसे समस्त समाज का समर्थन मानना एक गलतफहमी है। निरुपम के अनुसार, कांग्रेस और राजद का वोट प्रतिशत लगभग 36 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा और जनस्वराज पार्टी के आने से इसमें और कमी आ सकती है।
निरुपम ने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्दों के प्रयोग को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देना गलत है, यह गाली कांग्रेस के मंच पर आयोजित एक संयुक्त सभा में दी गई थी। किसी सभ्य समाज में ऐसी भाषा का उपयोग नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी हमारे देश के एक सम्मानित और यशस्वी प्रधानमंत्री हैं और उनकी माताजी अब इस दुनिया में नहीं हैं, इसलिए उनके नाम पर अपशब्द कहना गलत और अभद्र है।
निरुपम ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पर विवादित बयान देने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हताशा में है और शर्मनाक बयान दे रही है। शुभांशु शुक्ला भारत के लिए गर्व हैं, जिन्होंने नासा के अंतरिक्ष यात्रियों के दल में शामिल होकर सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यात्रा की। उनकी उपलब्धि पर पूरे देश ने जश्न मनाया, संसद में प्रस्ताव पारित हुआ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनका भव्य स्वागत किया। इसके बावजूद कुछ कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि शुक्ला पैसे देकर अंतरिक्ष यात्री बने हैं। निरुपम ने कहा कि यह निराधार है क्योंकि अंतरिक्ष यात्रा से पहले कठोर शारीरिक और मानसिक परीक्षाएं पास करनी पड़ती हैं।