क्या अवामी लीग ने यूनुस सरकार पर 2004 ग्रेनेड हमले के दोषियों की रिहाई को लेकर हमला किया?

सारांश
Key Takeaways
- अवामी लीग ने 2004 के ग्रेनेड हमले के दोषियों की रिहाई पर गंभीर आरोप लगाए।
- इस हमले में 24 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे।
- पार्टी ने इसे आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ एक साजिश बताया।
- बांग्लादेश की जनता हर साल 21 अगस्त को शहीदों की याद में कार्यक्रम आयोजित करती है।
- अवामी लीग का आरोप है कि यूनुस सरकार में आतंकियों के साथ साठगांठ है।
ढाका, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने बुधवार को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर 2004 के भीषण ग्रेनेड हमले के दोषियों को बरी करने के लिए अधिकारी किया। इस हमले में 24 लोगों की जान गई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में अवामी लीग ने कहा कि यह निर्णय यूनुस सरकार की “आतंकियों और उग्रवादियों से सीधी साठगांठ” और “चरमपंथ के संरक्षण” को दर्शाता है।
पार्टी ने याद दिलाया कि 14 वर्षों की लंबी सुनवाई के बाद 2018 में अदालत ने 49 आरोपियों में से 19 को फांसी, 19 को उम्रकैद और शेष 11 को विभिन्न सजा सुनाई थी। लेकिन अब “गैरकानूनी कब्जेदार यूनुस समूह” ने सभी दोषियों को बरी कर दिया है।
अवामी लीग ने आरोप लगाया कि 21 अगस्त 2004 का ग्रेनेड हमला 15 अगस्त 1975 की नृशंस हत्याओं का एक हिस्सा था, जिसका उद्देश्य बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की विचारधारा और उनकी बेटी शेख हसीना को समाप्त करना था। पार्टी ने इसे “बीएनपी-जमात-ए-इस्लामी की दुष्ट गठजोड़ की साजिश” करार दिया और उन्हें आतंकवादी और उग्रवादी समूहों का प्रमुख राजनीतिक संरक्षक बताया।
पार्टी ने कहा कि यह हमला तत्कालीन प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान की योजना के तहत किया गया था। इसमें युद्ध अपराधियों और जमात नेताओं मतीउर रहमान निजामी, अली अहसान मुहम्मद मुजाहिद, तत्कालीन गृह राज्य मंत्री लुत्फोज्जमान बाबर, बीएनपी नेता अब्दुस सलाम, और आतंकवादी सरगना मुफ्ती हन्नान समेत अन्य प्रतिक्रियावादी ताकतें शामिल थीं।
अवामी लीग ने अपने बयान में कहा, “21 अगस्त 2004 को एक आतंकवादी समूह ने तत्कालीन राज्य मशीनरी का उपयोग कर बांगबंधु एवेन्यू स्थित अवामी लीग के केंद्रीय कार्यालय के सामने आयोजित आतंकवाद, चरमपंथ और भ्रष्टाचार विरोधी रैली पर ग्रेनेड हमला किया। इस जघन्य हमले में अवामी लीग का प्रत्यक्ष शिकार बनी। उस दिन 22 नेता और कार्यकर्ता, जिनमें महिला मामलों की सचिव और पूर्व राष्ट्रपति जिलुर रहमान की पत्नी आइवी रहमान भी शामिल थीं, शहीद हुए।”
पार्टी ने बताया कि इस हमले में 500 से अधिक नेता-कार्यकर्ता और प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार घायल हुए थे, जिनमें से कई आज भी गंभीर पीड़ा सहन कर रहे हैं।
2004 से ही बांग्लादेश की जनता शहीदों की याद में और आतंकवाद-चरमपंथ के खिलाफ 21 अगस्त को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती आ रही है। अवामी लीग ने गुरुवार को भी इस दिन को शहीदों की स्मृति में व्यापक कार्यक्रमों के साथ मनाने की घोषणा की है।