क्या अयोध्या में दीपोत्सव की उमंग देखने को मिल रही है?

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क्या अयोध्या में दीपोत्सव की उमंग देखने को मिल रही है?

सारांश

अयोध्या के दीपोत्सव की धूमधाम में उमंग भरी है। इस बार का आयोजन परंपरा और तकनीक का संगम है, जिसमें झांकियों की शोभायात्रा को पर्यटन मंत्री ने हरी झंडी दिखाई। इस विशेष अवसर पर स्थानीय लोग और पर्यटक एक साथ मिलकर अयोध्या की संस्कृति का जश्न मनाते नजर आएंगे।

Key Takeaways

  • दीपोत्सव अयोध्या की संस्कृति का प्रतीक है।
  • झांकियों की शोभायात्रा को मंत्री ने हरी झंडी दिखाई।
  • पुष्पक विमान एक प्रमुख आकर्षण है।
  • अयोध्यावासी पुष्प वर्षा से स्वागत करेंगे।
  • सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

अयोध्या, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। रामनगरी अयोध्या में आज होने वाले दीपोत्सव के लिए लोगों में उमंग देखने को मिल रही है। सुबह से लेकर शाम तक चलने वाले इस विशेष आयोजन में परंपरा, गरिमा और तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। दीपोत्सव के तहत झांकियों की शोभायात्रा का आरंभ हो चुका है, जिसे पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस आयोजन की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। वहां मौजूद अधिकारियों के अनुसार, शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से शुरू हुई और यह रामपथ पर लगभग चार किलोमीटर की यात्रा करेगी। विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकार यहां अपनी प्रस्तुतियां देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर में रामकथा पार्क में शोभायात्रा का स्वागत करेंगे। झांकियों में विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश और विकसित अयोध्या की उपलब्धियों को दर्शाया गया है, साथ ही रामायण कालीन प्रसंगों की झलक भी देखने को मिलेगी।

अयोध्यावासी पूरे रास्ते अपने घरों की छतों से पुष्प वर्षा करके स्वागत करेंगे। साकेत महाविद्यालय में हजारों की संख्या में लोग इस शोभायात्रा को देखने के लिए इकट्ठा हुए हैं, जिनमें स्थानीय लोग, देश-विदेश के पर्यटक और श्रद्धालु शामिल हैं।

भगवान श्रीराम माता सीता के साथ पुष्पक विमान के रूप में अयोध्या में पधारेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनकी अगवानी करेंगे। रामकथा पार्क में भव्य राज्याभिषेक समारोह का आयोजन होगा। राम की पैड़ी पर बना पुष्पक विमान श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण और सेल्फी प्वाइंट साबित होगा।

इस दीपोत्सव में त्रेतायुग की उस अद्भुत कथा को वास्तविकता में साकार किया जा रहा है, जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद पुष्पक विमान से अयोध्या लौटे थे। राम की पैड़ी के किनारे बनाया जाने वाला यह पुष्पक विमान अयोध्या की पहचान को एक नया आयाम देगा। इसकी लंबाई 32 फीट, ऊंचाई 25 से 30 फीट और चौड़ाई 20 फीट होगी।

मोर की आकृति पर आधारित इस डिजाइन को EPC सीट पर तैयार किया जा रहा है, जिससे विमान हल्का, आकर्षक और दीर्घकालिक रहेगा। पुष्पक विमान के सामने रामायण काल के दृश्यों को उकेरा जाएगा, जिसमें भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या आगमन की झांकी सजाई जाएगी।

यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए सेल्फी प्वाइंट के रूप में खोला जाएगा, ताकि हर आगंतुक इस दिव्य दृश्य को अपनी यादों में सहेज सके।

संध्या के समय लेज़र लाइट शो, दीपों की रेखा और पुष्पवर्षा के साथ यह स्थान अयोध्या के सांस्कृतिक पर्यटन का नया केंद्र बनने जा रहा है। अयोध्या, लखनऊ और वाराणसी के कुशल शिल्पकार मिलकर इस पुष्पक विमान को आकार दे रहे हैं।

पारंपरिक कला में आधुनिक तकनीक का संगम इस कृति को अद्वितीय बना रहा है। स्वर्णिम रंगों, मोरपंखी डिजाइन और राजशाही शैली का यह विमान दीपोत्सव की शोभा को और बढ़ाएगा।

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा चयनित कार्यदाई संस्था सार्क मीडिया के मालिक सौरभ कुमार सिंह का कहना है कि उनका लक्ष्य दीपोत्सव के दौरान ऐसा वातावरण तैयार करना है, जो न केवल दर्शनीय रूप से आकर्षक हो बल्कि अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक मूल्यों को भी दर्शाए।

--- राष्ट्र प्रेस

विकेटी/एकेएस

Point of View

बल्कि यह देश के अन्य हिस्सों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र बनेगा। यह आयोजन हमें हमारी जड़ों से जोड़ता है और हमारी समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

दीपोत्सव में कौन-कौन से कार्यक्रम शामिल हैं?
दीपोत्सव में झांकियों की शोभायात्रा, पुष्पक विमान का निर्माण, लेज़र लाइट शो और राज्याभिषेक समारोह शामिल हैं।
सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं?
इस आयोजन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिसमें पुलिस बल और अन्य सुरक्षात्मक उपाय शामिल हैं।
पुष्पक विमान की विशेषताएं क्या हैं?
पुष्पक विमान की लंबाई 32 फीट, ऊंचाई 25 से 30 फीट और चौड़ाई 20 फीट होगी, जिसमें मोर की आकृति पर आधारित डिजाइन होगा।