क्या प्रधानमंत्री तोबगे और उनकी पत्नी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रार्थना करते देखना अद्भुत था?

Click to start listening
क्या प्रधानमंत्री तोबगे और उनकी पत्नी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रार्थना करते देखना अद्भुत था?

सारांश

भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। पीएम मोदी ने उनके इस अनुभव को प्रेरणादायक बताया। यह घटना न केवल भूटान के लिए, बल्कि भारत के लिए भी महत्व रखती है। जानें इस यात्रा की खास बातें और रामलला के दर्शन का महत्व।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री तोबगे का अयोध्या आगमन ऐतिहासिक है।
  • उन्होंने रामलला के दर्शन किए और पूजा की।
  • पीएम मोदी ने इस यात्रा को प्रेरणादायक बताया।
  • यह यात्रा भूटान और भारत के संबंधों को दर्शाती है।
  • प्रभु श्री राम के आदर्शों का महत्व वैश्विक स्तर पर है।

नई दिल्ली, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे ने अपनी पत्नी के साथ शुक्रवार को अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रभु श्री राम के आदर्श मानवता को शक्ति और प्रेरणा प्रदान करते हैं।

पीएम मोदी ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पोस्ट को साझा करते हुए लिखा, "प्रधानमंत्री तोबगे और उनकी पत्नी को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रार्थना करते देखना अद्भुत था। प्रभु श्री राम के आदर्श पूरी दुनिया में लाखों लोगों को शक्ति और प्रेरणा देते हैं।"

इससे पहले, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर बताया कि 5 सितंबर को भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे अपनी पत्नी के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचे।

प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे के अयोध्या आगमन पर उत्तर प्रदेश के मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उनका स्वागत किया। शुक्रवार सुबह, तोबगे विशेष विमान से अयोध्या एयरपोर्ट पर उतरे। उन्होंने राम दरबार में दर्शन के साथ-साथ हनुमानगढ़ी और कुबरटीला में पूजा-अर्चना भी की।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के बाहर से किसी प्रधानमंत्री का अयोध्या में रामलला के दर्शन करना ऐतिहासिक है। उन्होंने बताया कि तोबगे एक घंटे 40 मिनट तक मंदिर परिसर में रहे और रामलला एवं राम दरबार के दर्शन के बाद कुबरटीला पर भगवान शिव का जलाभिषेक एवं आरती भी की।

Point of View

बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी है। यह भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

भूटान के प्रधानमंत्री ने कब अयोध्या की यात्रा की?
भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे ने 5 सितंबर को अयोध्या की यात्रा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के बारे में क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह देखना अद्भुत था कि तोबगे और उनकी पत्नी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रार्थना की।
तोबगे ने अयोध्या में किन स्थलों का दर्शन किया?
तोबगे ने राम दरबार, हनुमानगढ़ी और कुबेरटीला का दर्शन किया।
इस यात्रा का महत्व क्या है?
यह यात्रा भूटान और भारत के बीच के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत करती है।
श्री राम के आदर्श का क्या महत्व है?
श्री राम के आदर्श लोगों को शक्ति और प्रेरणा प्रदान करते हैं।