क्या आजम खान से हम सब कुछ सीख सकते हैं? एसटी हसन का बयान

सारांश
Key Takeaways
- आजम खान से सीखे गए अनुभव और सम्मान की भावना
- राजनीतिक परिपक्वता और अखिलेश यादव की भूमिका
- जनसंख्या वृद्धि का मुद्दा शिक्षा और गरीबी से जुड़ा है
- भारतीय वायुसेना की उपलब्धियों पर गर्व
- समाज में भ्रांतियों का सामना करना जरूरी है
मुरादाबाद, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं मुरादाबाद के पूर्व सांसद एसटी हसन ने पार्टी के प्रमुख नेता आजम खान और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रति आभार व्यक्त किया है।
एसटी हसन ने बताया कि उन्होंने हमेशा आजम खान का सम्मान किया है और भविष्य में भी करते रहेंगे। आजम खान से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। उनके मार्गदर्शन में अनेक नेताओं ने अपनी पहचान बनाई। स्थानीय सांसद ने यह भी स्वीकार किया कि उनका टिकट आजम खान ने ही सुनिश्चित किया था। हम मुरादाबाद से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते थे और समाजवादी पार्टी ने हमें टिकट प्रदान किया, जिसके लिए हमने नामांकन भी किया था, लेकिन अखिलेश यादव ने मजबूरन हमारा टिकट काट दिया।
एसटी हसन ने कहा कि अखिलेश यादव ने हमें रामपुर से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया, लेकिन आजम खान के सम्मान के कारण हम नहीं लड़ सके। बाद में उन्होंने हमें मेरठ से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया, जिसे हमने ठुकरा दिया। अखिलेश यादव ने मजबूरी में मेरा टिकट काटा, लेकिन मैं उनका यह एहसान कभी नहीं भूलूंगा।
एसटी हसन ने जनसंख्या वृद्धि के विषय पर भी अपनी दृष्टि रखी। उन्होंने कहा कि यह धारणा गलत है कि मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या अनियंत्रित रूप से बढ़ रही है।
हसन ने कहा, “जैसे-जैसे मुसलमान शिक्षित हो रहे हैं, वे परिवार नियोजन को अपनाने लगे हैं। जनसंख्या वृद्धि का मुद्दा धर्म से नहीं, बल्कि अशिक्षा और गरीबी से संबंधित है। जहां गरीबी और अशिक्षा है, वहां परिवार नियोजन कम होता है।”
उन्होंने कुछ हिंदू संगठनों पर डर और भ्रांति फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम जनसंख्या नियंत्रण में है और जनसांख्यिकी परिवर्तन की बातें निराधार हैं।
एसटी हसन ने भारतीय वायुसेना प्रमुख के उस बयान का भी स्वागत किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि भारतीय वायुसेना ने पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया है।
उन्होंने कहा, “अगर वायुसेना प्रमुख ने यह बयान दिया है, तो हम इसका स्वागत करते हैं। हमें गर्व है कि हमारी वायुसेना ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है।”