क्या बालासोर आत्मदाह कांड ने ओडिशा में न्याय की उम्मीदों को प्रभावित किया?

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क्या बालासोर आत्मदाह कांड ने ओडिशा में न्याय की उम्मीदों को प्रभावित किया?

सारांश

ओडिशा के बालासोर में एक छात्रा के आत्मदाह की कोशिश ने न्याय की उम्मीदों को प्रभावित किया है। पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और राज्यपाल से हस्तक्षेप की अपील की। क्या यह घटना उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है?

Key Takeaways

  • न्याय की मांग: छात्रा ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई।
  • राज्यपाल का हस्तक्षेप: नवीन पटनायक ने न्याय सुनिश्चित करने की अपील की।
  • राष्ट्रीय महिला आयोग की कार्रवाई: आयोग ने मामले की जांच के लिए ओडिशा के डीजीपी को निर्देश दिया।

भुवनेश्वर, १३ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के बालासोर में यौन उत्पीड़न की शिकार एक छात्रा द्वारा आत्मदाह की कोशिश पर पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने छात्रा की जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस संदर्भ में, नवीन पटनायक ने राज्यपाल से अपील की कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और सुनिश्चित करें कि छात्रा को न्याय मिले।

बीजू जनता दल (बीजेडी) के नेता नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "ओडिशा के एक प्रमुख विश्वविद्यालय में छात्रा का आत्मदाह का प्रयास अत्यंत दुखद और चौंकाने वाला है। मैं भगवान जगन्नाथ से उसकी जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।"

घटना के बारे में जानकारी देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "छात्रा को कथित तौर पर एक शिक्षक द्वारा लगातार यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जिसने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। उसने प्रिंसिपल को लिखे पत्र में बताया कि उसने पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन किसी तरह उसकी जान बच गई। कई महीनों तक वह डर और पीड़ा में जीती रही। एक जुलाई को उसने सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत साझा की, जिसमें कई उच्च अधिकारियों को टैग किया गया था। कोई कार्रवाई न होने पर, उसने अपनी पीड़ा समाप्त करने के अंतिम प्रयास में प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर आत्मदाह कर लिया।"

नवीन पटनायक ने यह भी कहा, "यह दुखद घटना इस कड़वी सच्चाई को उजागर करती है कि कॉलेज के प्रिंसिपल से लेकर उच्च शिक्षा मंत्री और केंद्रीय मंत्री तक, सभी को बार-बार शिकायतों के बावजूद न्याय से वंचित रखा गया।"

उन्होंने राज्यपाल से अपील की, "हमारे उच्च शिक्षा ढांचे में राज्यपाल एफएम विश्वविद्यालय समेत अन्य प्रमुख सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति होते हैं। मैं राज्यपाल से अनुरोध करता हूं कि वे हस्तक्षेप करें और छात्रा को वह न्याय दिलाएं जिसकी वह हकदार है।"

अपने पोस्ट के अंत में, पूर्व मुख्यमंत्री ने फिर से पीड़ित छात्रा के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

इस बीच, ओडिशा की घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने घटना की कड़ी निंदा की और ओडिशा के डीजीपी से तीन दिनों में कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। विजया रहाटकर ने डीजीपी को निर्देश दिया कि वे मामले की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करें, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और पीड़िता को सहायता प्रदान करें।

Point of View

तो यह स्पष्ट है कि हमें सुधार की आवश्यकता है। उच्च शिक्षा के नेताओं को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और पीड़ितों को न्याय दिलाने का प्रयास करना चाहिए।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

बालासोर आत्मदाह कांड क्या है?
यह एक घटना है जहां एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न के कारण आत्मदाह का प्रयास किया।
नवीन पटनायक ने क्या कहा?
उन्होंने छात्रा के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की और राज्यपाल से हस्तक्षेप की अपील की।
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रतिक्रिया क्या थी?
आयोग ने घटना की निंदा की और ओडिशा के डीजीपी से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी।