क्या बालासोर एफएम कॉलेज मामले में जांच समिति का गठन हुआ है?

सारांश
Key Takeaways
- राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है।
- छात्रा के सभी चिकित्सा खर्च उठाए जा रहे हैं।
- कॉलेज प्रशासन की भूमिका की जांच की जाएगी।
- उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा।
- मामले की पूरी जांच सुनिश्चित की जाएगी।
भुवनेश्वर, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के बालासोर में स्थित फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज की एक छात्रा द्वारा आत्महत्या के प्रयास की चौंकाने वाली घटना के उपरांत, राज्य सरकार ने सहायक प्रोफेसर समीर कुमार साहू से संबंधित उत्पीड़न मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। ओडिशा सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने स्पष्ट किया कि सरकार छात्रा के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह समिति उन परिस्थितियों की गहराई से जांच करेगी, जिनके कारण आत्मदाह का प्रयास हुआ। इस तीन सदस्यीय समिति में उच्च शिक्षा विभाग के चेयरपर्सन और निदेशक काली प्रसन्ना महापात्र, उच्च शिक्षा विभाग की संयुक्त सचिव मौसमी नायक, और स्वायत्त महाविद्यालय, भुवनेश्वर की प्रो. (डॉ.) झुमकी रथ शामिल हैं।
जांच समिति यह पता लगाएगी कि छात्रा ने आत्मदाह का प्रयास क्यों किया, सहायक प्रोफेसर समीर कुमार साहू की संलिप्तता की जांच करेगी, और कॉलेज प्रशासन की भूमिका की भी जांच करेगी। इसके अतिरिक्त, किसी भी प्रकार की चूक या लापरवाही की पहचान करेगी।
मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार ने अत्यंत संवेदनशीलता के साथ त्वरित और कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि कॉलेज के प्रिंसिपल और सहायक प्रोफेसर दोनों को निलंबित कर दिया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है।
मंत्री ने कहा कि सरकार ने उच्च शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें एक महिला संयुक्त सचिव और एक वरिष्ठ महिला शिक्षाविद् शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार छात्रा के सभी चिकित्सा खर्च वहन कर रही है। उन्होंने कहा, "मैं भगवान जगन्नाथ से उसके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"