क्या बांग्लादेश में एनसीपी नेता पर गोलीबारी के मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा एक गंभीर मुद्दा है।
- पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है जो घटना से जुड़ी है।
- पीड़ित की स्थिति अब स्थिर है।
- घटना की जांच जारी है।
- राजनीतिक अस्थिरता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
ढाका, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा की घटनाएं हाल के दिनों में लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में, इकबाल मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी को गोली लगने की घटना सामने आई थी। इसके बाद, नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के एक नेता पर भी गोली चलाने का मामला सामने आया। पुलिस ने इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है।
स्थानीय मीडिया द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित मोहम्मद मोटालेब सिकदर एनसीपी के खुलना डिविजनल प्रमुख और पार्टी के श्रमिक शक्ति के केंद्रीय आयोजक थे। उन्हें सोमवार को खुलना शहर के सोनाडांगा क्षेत्र में गाजी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के निकट एक घर में गोली मारी गई।
रिपोर्टों के अनुसार, सिकदर को सोनाडांगा क्षेत्र में एक महिला तनिमा के किराए के घर पर गोली मारी गई थी। वहां के निवासियों ने उन्हें बचाया और घायल अवस्था में खुलना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (केएमसीएच) ले जाया गया।
तनिमा को तन्वी के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन पुलिस ने उसकी पहचान के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। कई स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेशी अखबार प्रोथोम एलो ने बताया कि तनिमा एनसीपी की यूथ विंग जुबो शक्ति की खुलना जिला शाखा की संयुक्त सदस्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
केएमसीएच के सुपरिटेंडेंट मोहम्मद अख्तरुज्जमां ने बताया कि सिकदर अब खतरे से बाहर हैं। डॉक्टर ने कहा, "गोली उनके कान के पास बाईं ओर लगी और सिर में घुसे बिना निकल गई। उनके सिर की त्वचा पर चोट लगी है, लेकिन अब वह स्थिर हैं और खतरे से बाहर हैं।"
पुलिस का कहना है कि वे प्रारंभ में इस गोलीबारी को घरेलू झगड़ा मान रहे थे, क्योंकि जांच में पता चला है कि गोलीबारी सोनाडांगा क्षेत्र के एक किराए के घर के अंदर हुई थी।
सिकदर ने पहले पुलिस को बताया था कि मोटरसाइकिल पर आए हमलावरों ने उन्हें सड़क पर गोली मारी और भाग गए। हालाँकि, बाद में जांचकर्ताओं ने पुष्टि की कि हमला घर के अंदर हुआ था।
खुलना मेट्रोपॉलिटन पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (साउथ) मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने कहा, "जब हम मुक्ता हाउस नामक भवन में पहुंचे, तो हमें जगह-जगह खून के धब्बे मिले। घर में घुसने पर, हमने देखा कि वहां ड्रग्स बिखरे हुए थे। पुलिस को घटनास्थल से विदेशी शराब की बोतलें, पीने का सामान और एक गोली का खोल भी मिला। हमने पुष्टि की है कि गोलीबारी की घटना वहां मौजूद लोगों के बीच आपसी झगड़े की वजह से हुई। हम पता लगा रहे हैं कि इसमें कौन शामिल था और वहां कौन आता-जाता था।"
गौरतलब है कि इससे कुछ ही दिन पहले 12 दिसंबर को, दो बाइक सवार बदमाशों ने ढाका में कट्टरपंथी इस्लामी नेता शरीफ उस्मान हादी को गोली मारी थी।