क्या जम्मू-कश्मीर के बारामुला में हुआ बड़ा सुरक्षा अभ्यास?

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क्या जम्मू-कश्मीर के बारामुला में हुआ बड़ा सुरक्षा अभ्यास?

सारांश

जम्मू-कश्मीर के बारामुला में पुलिस ने दो महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल का आयोजन किया। यह अभ्यास सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल और ऑपरेशनल तैयारी की परख करने के लिए किया गया। जानें, इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य और क्या रहा इसके परिणाम।

Key Takeaways

  • सुरक्षा अभ्यास से सुरक्षा तंत्र की तत्परता का आकलन किया गया।
  • विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल को मजबूत किया गया।
  • आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया का प्रदर्शन किया गया।
  • सुरक्षा एजेंसियों ने सामंजस्य के साथ कार्य किया।
  • नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए गए।

बारामुला, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के बारामुला पुलिस ने शुक्रवार को जिले में सुरक्षा उपायों को और मजबूती प्रदान करने और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय की परीक्षा लेने के लिए दो महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल का आयोजन किया।

पहला संयुक्त मॉक ड्रिल मीरगुंड के ओडिना में स्थित सरकारी हाउसिंग कॉलोनी में एसएसबी की 2वीं बटालियन और 29 राष्ट्रीय राइफल्स के सहयोग से संपन्न हुआ। वहीं, दूसरा व्यापक सुरक्षा अभ्यास बारामुला रेलवे स्टेशन पर 52 आरआर, आरपीएफ, जीआरपी और सीआरपीएफ 53 बटालियन के साथ मिलकर किया गया।

मीरगुंड में किया गया मॉक ड्रिल पुलिस पोस्ट मीरगुंड के ड्यूटी ऑफिसर की निगरानी में सम्पन्न हुआ। इस अभ्यास का उद्देश्य ऑपरेशनल तैयारी का आकलन करना, वास्तविक समय में समन्वय को परखना और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच सहयोग को मजबूत करना था। इस दौरान टीमों ने कई परिस्थितियों का प्रदर्शन किया, जिसमें आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया, संदिग्ध परिस्थितियों में कार्रवाई, क्षेत्र की घेराबंदी और नागरिकों की सुरक्षित निकासी शामिल रहे। सभी बलों ने तेज, सटीक और पेशेवर तरीके से अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे सुरक्षा तत्परता के प्रति उनका समर्पण स्पष्ट हुआ।

दूसरी ओर, बारामुला रेलवे स्टेशन पर हुआ व्यापक मॉक ड्रिल जिले के प्रमुख ट्रांजिट पॉइंट की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया। यह अभ्यास डीएसपी पीसी बारामुला की निगरानी में सम्पन्न हुआ। विभिन्न एजेंसियों ने मिलकर कई आपातकालीन स्थितियों का सिमुलेशन किया, जिसका उद्देश्य प्रतिक्रिया तंत्र की गति को परखना, संचार चैनलों को सुव्यवस्थित करना और सभी एजेंसियों के बीच तालमेल और इंटरऑपरेबिलिटी को मजबूत करना था। इस दौरान मानक संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा भी की गई और सुधार की आवश्यकता वाले बिंदुओं की पहचान की गई।

दोनों अभ्यासों के बाद बारामुला पुलिस ने कहा कि वह जिले में शांति बनाए रखने, किसी भी घटना पर प्रभावी प्रतिक्रिया देने और सभी सुरक्षा संगठनों के साथ सहज सहयोग सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इन मॉक ड्रिलों ने यह दिखाया कि जिले की सभी सुरक्षा एजेंसियां नागरिकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए पूर्ण समन्वय के साथ तैयार हैं।

Point of View

बल्कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी तत्परता को भी प्रदर्शित करती है।
NationPress
05/12/2025

Frequently Asked Questions

यह मॉक ड्रिल कब और कहाँ आयोजित की गई?
यह मॉक ड्रिल 5 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के बारामुला में आयोजित की गई।
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल और ऑपरेशनल तैयारी का आकलन करना था।
कौन-कौन सी एजेंसियां इस ड्रिल में शामिल थीं?
इस ड्रिल में एसएसबी, राष्ट्रीय राइफल्स, आरपीएफ, जीआरपी और सीआरपीएफ जैसी एजेंसियां शामिल थीं।
क्या इस अभ्यास का नागरिकों पर कोई असर पड़ा?
हाँ, यह अभ्यास नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया था।
बारामुला पुलिस की भूमिका क्या थी?
बारामुला पुलिस ने इस पूरी ड्रिल का आयोजन और समन्वय किया।
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