क्या बठिंडा में दशहरा उत्सव की धूमधाम से तैयारी हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- बठिंडा में दशहरा उत्सव का आयोजन 1 अक्टूबर को होगा।
- इस बार 55 फीट का रावण और सफेद पुतला जलाया जाएगा।
- उत्सव में प्रदूषण मुक्त आतिशबाजी का विशेष आयोजन होगा।
- लोगों को बुराई छोड़ने और अच्छाई अपनाने का संदेश दिया जाएगा।
- उत्सव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
बठिंडा, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के बठिंडा में इस बार दशहरा उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाने की योजना बनाई गई है।
नगर निगम पार्षद (एमसी) विजय कुमार के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 55 फीट ऊंचे रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले के साथ-साथ एक विशेष सफेद पुतला भी जलाया जाएगा। यह सफेद पुतला बुराई को त्यागने और अच्छे कार्यों को अपनाने का संदेश देगा।
एमसी विजय कुमार ने कहा कि बठिंडा में पिछले 45 वर्षों से दशहरा उत्सव का आयोजन धूमधाम से हो रहा है। इस बार की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
उन्होंने बताया, "सफेद पुतले के माध्यम से हम लोगों को बुरे कर्म छोड़ने और अच्छाई अपनाने का संदेश देंगे। इसके साथ ही, नशे की लत में फंसे लोगों को जागरूक करने के लिए भी पुतले के जरिए एक सामाजिक संदेश दिया जाएगा।"
इस बार दशहरे पर आतिशबाजी का विशेष आयोजन किया जाएगा। तीन रंगों की आतिशबाजी से आसमान में तिरंगा बनाया जाएगा, जिसकी रोशनी 10 किलोमीटर तक दिखाई देगी। सभी पटाखे प्रदूषण मुक्त होंगे, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा।
विजय कुमार ने लोगों से अपील की कि वे इस दशहरे को उत्साह के साथ मनाएं और बुरे कर्मों को त्यागकर अच्छे कार्यों को अपनाएं। उन्होंने कहा, "बुरे कर्मों का परिणाम हमेशा बुरा होता है।"
उन्होंने बताया कि रावण दहन का यह कार्यक्रम शहर के बड़े स्टेडियम में आयोजित होगा, जहां हजारों लोग एकत्र होंगे। स्थानीय लोगों में दशहरे को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। आयोजकों ने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए पुतलों के माध्यम से संदेश देने की अनूठी पहल की है। इस आयोजन में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बठिंडा में यह दशहरा उत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक बनेगा।