क्या पहला वर्ल्ड कप जीतने वाले क्रिकेटर बर्नार्ड जूलियन ने दुनिया को अलविदा कहा?

सारांश
Key Takeaways
- बर्नार्ड जूलियन का योगदान क्रिकेट जगत में अमर रहेगा।
- उन्होंने 1975 के विश्व कप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- जूलियन की क्रिकेट यात्रा प्रेरणादायक थी।
- उनके निधन पर क्रिकेट जगत की संवेदनाएँ व्यक्त की गईं।
- बर्नार्ड जूलियन ने 24 टेस्ट और 12 वनडे खेले।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 1975 की विश्व चैंपियन टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर बर्नार्ड जूलियन का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जूलियन ने 24 टेस्ट और 12 वनडे मुकाबलों में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया था।
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड ने जूलियन को 1975 की चैंपियन टीम का एक अहम सदस्य बताया था, जिन्होंने 5 मुकाबलों में 17.70 की औसत के साथ 10 विकेट हासिल किए।
बर्नार्ड जूलियन ने उस विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 20 रन देकर 4 विकेट लिए थे। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 विकेट अपने नाम किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में जूलियन ने 12 ओवरों में 27 रन देकर 4 विकेट निकाले।
खिताबी मुकाबले में जूलियन ने एक आक्रामक ऑलराउंडर के रूप में अपनी प्रतिभा दिखाई। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध फाइनल में उन्होंने 37 गेंदों में नाबाद 26 रन बनाए थे। हालांकि, गेंदबाजी में कोई सफलता नहीं मिली।
त्रिनिदाद और टोबैगो गार्जियन ने क्लाइव लॉयड के हवाले से लिखा, "जूलियन हमेशा 100 प्रतिशत से अधिक देते थे। वह कभी अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भागते थे।"
बर्नार्ड जूलियन ने 1973 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स मैदान पर मैच जिताने वाली 121 रनों की पारी खेलकर अपना पहला टेस्ट शतक बनाया।
क्लाइव लॉयड ने कहा, "हम सभी जूलियन का सम्मान करते थे। वह हमेशा मजेदार होते थे। सभी उन्हें प्यार करते थे।"
जूलियन के निधन पर दुख जताते हुए क्रिकेट वेस्टइंडीज के अध्यक्ष डॉ. किशोर शालो ने कहा, "हम बर्नार्ड जूलियन के परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।"
जूलियन ने 1973 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने कुल 24 टेस्ट मैचों में 50 विकेट और 30.92 की औसत के साथ 866 रन बनाए। वहीं, 12 वनडे में उन्होंने 86 रन और 18 विकेट हासिल किए।