क्या भागलपुर रेलवे स्टेशन छठ पूजा के लिए भक्ति गीतों से गूंज उठा है?

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क्या भागलपुर रेलवे स्टेशन छठ पूजा के लिए भक्ति गीतों से गूंज उठा है?

सारांश

भागलपुर रेलवे स्टेशन इस बार छठ पूजा के दौरान भक्ति गीतों के साथ गूंज रहा है। हजारों यात्री घर लौट रहे हैं और रेलवे ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। जानिए यात्रियों के अनुभव और प्रशासन की तैयारी के बारे में।

Key Takeaways

  • भागलपुर रेलवे स्टेशन पर छठ पूजा के लिए विशेष भक्ति गीत बजाए जा रहे हैं।
  • भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई हैं।
  • यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
  • छठ पूजा एक पारिवारिक और धार्मिक पर्व है।
  • सरकार की पहल से यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल रहा है।

भागलपुर, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार का भागलपुर रेलवे स्टेशन लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के उत्साह का केंद्र बन गया है, जहां प्लेटफार्म छठी मैया को समर्पित भक्ति गीतों से गूंज रहे हैं। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को संभालने के लिए व्यापक व्यवस्था की है क्योंकि शनिवार को हजारों लोग अपने परिवारों के साथ त्योहार मनाने के लिए घर लौट रहे थे।

त्योहारों के दौरान बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने प्रमुख मार्गों और स्टेशनों पर विशेष ट्रेनें, अतिरिक्त कोच और कई यात्री-अनुकूल उपाय शुरू किए हैं। भागलपुर में भीड़भाड़ कम करने के लिए यात्री क्षेत्र में मोबाइल टिकटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जबकि छठ के भक्ति गीत यात्रियों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर रहे हैं।

भागलपुर रेलवे स्टेशन के निदेशक उत्पल शर्मा ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि रेल मंत्रालय और रेल प्रशासन ने इस वर्ष छठ पर्व के लिए व्यापक व्यवस्था की है। शर्मा ने कहा, "रेलवे परिसर में यात्रियों के लिए अलग से जगह बनाई गई है और बैठने की व्यवस्था भी की गई है। मोबाइल टिकटिंग के लिए समर्पित कर्मचारियों को तैनात किया गया है ताकि यात्रियों को लंबी कतारों में न खड़ा होना पड़े। इसके अलावा, त्योहार के माहौल को और बेहतर बनाने के लिए छठी मैया की पूजा से संबंधित गीत बजाए जा रहे हैं। यात्री इससे बेहद खुश हैं और रेलवे का आभार व्यक्त कर रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि भारी भीड़ के बीच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

यात्रियों ने त्योहार की तैयारियों और स्टेशन पर बज रहे छठ गीतों पर प्रसन्नता व्यक्त की। भागलपुर में छठ पर्व मनाने पहुंचे कुमार अनु सिंह ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "पहली बार रेलवे स्टेशन पर ये गीत बजाए जा रहे हैं। आज 'नहाय खाय' है और इस अवसर पर ये भक्ति गीत सुनना अद्भुत है। यह आपको खुशी से भर देता है।"

एक अन्य यात्री, हैप्पी राजेश, ने कहा, "रेलवे स्टेशन पर आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करना एक बेहतरीन विचार है। ट्रेन का इंतजार करते हुए छठ गीत सुनना बहुत सुखद लगता है। इसके लिए हम प्रशासन का धन्यवाद करते हैं।"

समस्तीपुर जा रहे रणवीर सिंह ने कहा, "इस बार व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं। स्टेशन पर एक अतिरिक्त जगह है जहां लोग घंटों लाइन में खड़े हुए बिना अपनी ट्रेनों का इंतजार कर सकते हैं।"

छठ मनाने झारखंड जा रही प्रीति लता ने कहा, "यात्रा लंबी है, लेकिन मुझे खुशी है कि इतनी अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं। प्लेटफॉर्म पर छठ गीत बजाना एक बेहतरीन विचार है। प्रशासन ने बहुत अच्छा काम किया है।"

उत्तर प्रदेश वापस जा रही कॉलेज की एक छात्रा, आयशा, ने कहा कि हालांकि वह इस साल घर पर छठ पूजा में शामिल नहीं हो पाई, लेकिन स्टेशन के माहौल ने उसे खुशी से भर दिया।

उन्होंने राष्ट्र प्रेस को बताया, "इस बार मुझे छठ पूजा की याद आई, लेकिन इन गीतों ने मुझे खुश कर दिया है। इन्हें सुनकर ही मैं भक्ति का अनुभव कर सकती हूं। यह एक बहुत अच्छी पहल है।"

वहीं, बिहार के सासाराम रेलवे स्टेशन के इंक्वायरी सेंटर से सभी प्लेटफॉर्म पर बजने वाले छठ गीत की धुन को लेकर यात्रियों के बीच चर्चा जोरों पर है। लोगों का कहना है कि आस्था के महापर्व को लेकर देश के सभी स्टेशनों पर इसी तरह की धुन बजनी चाहिए। मोदी सरकार की इस अनूठी पहल के लिए लोगों ने पीएम मोदी का आभार भी जताया।

अर्चना ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि मैं पंजाब से अपने गांव बिहार जा रही हूं। लोक आस्था के महापर्व को लेकर उत्साहित हूं। छठी मईया का गीत हर जगह गूंज रहा है।

उमेश ने बताया कि सनातन धर्म का जीता जागता उदाहरण छठ पर्व है। यह पर्व बड़े ही उत्साह का पर्व है। इस अवसर पर सूर्य देव की पूजा की जाती है और पुत्र के सुख शांति की कामना करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सनातन संस्कृति को समझा और हर स्टेशन पर छठी मईया के गीत की गूंज सुनाई पड़ रही है। इस शुभ काम के लिए मेरे पास पीएम मोदी की सराहना के लिए शब्द कम हैं।

पंजाब से बिहार अपने घर आने वाले एक अन्य यात्री कृष्णा साह ने बताया कि वे छठ पूजा के लिए परिवार समेत अपने गांव जा रहे हैं। बिहार के हर स्टेशन पर छठ पूजा के मधुर गाने बज रहे हैं। इस बार सरकार ने बहुत अच्छी व्यवस्था की है। पूरी यात्रा के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई। हर स्टेशन पर चाक-चौबंद प्रबंध है।

भुवनेश्वर से आने वाले यात्री पीके गुप्ता ने बताया कि छठ एक ऐसा पर्व है, जिसका हमें इंतजार रहता है। हर स्टेशन पर छठी मईया के गीत बज रहे हैं, जोकि अद्भुत है। ऐसी व्यवस्था पहले कभी नहीं की गई थी।

Point of View

बल्कि भारतीय रेलवे की कार्यक्षमता और संवेदनशीलता को भी दर्शाता है। इस प्रकार की व्यवस्थाएं निश्चित रूप से भारतीय संस्कृति और आस्था को बढ़ावा देती हैं।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

छठ पूजा क्या है?
छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो विशेष रूप से बिहार और झारखंड में मनाया जाता है। यह पूजा सूर्य देव और छठी मैया की आराधना के लिए की जाती है।
भागलपुर रेलवे स्टेशन पर कब से छठ गीत बजाए जा रहे हैं?
इस वर्ष छठ पूजा के अवसर पर भागलपुर रेलवे स्टेशन पर पहली बार भक्ति गीत बजाए जा रहे हैं।
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए क्या उपाय किए हैं?
भारतीय रेलवे ने विशेष ट्रेनें, अतिरिक्त कोच और मोबाइल टिकटिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
छठ पूजा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की गई है?
रेलवे प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
छठ पूजा का महत्व क्या है?
छठ पूजा का महत्व सूर्य देव की आराधना और पारिवारिक सुख-शांति की कामना करना है।