क्या नीतीश कुमार ने मेरे पिता को पहचान दिलाई? भागीरथ मांझी की कहानी

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क्या नीतीश कुमार ने मेरे पिता को पहचान दिलाई? भागीरथ मांझी की कहानी

सारांश

भागीरथ मांझी ने नीतीश कुमार और राहुल गांधी के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे नीतीश कुमार ने उनके पिता के कार्य को मान्यता दी और राहुल गांधी ने उनके परिवार के लिए घर बनवाया। यह कहानी एक भावनात्मक जुड़ाव और राजनीतिक घटनाक्रम को उजागर करती है।

Key Takeaways

  • नीतीश कुमार का योगदान दशरथ मांझी के कार्य को पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण था।
  • भागीरथ मांझी ने राहुल गांधी के साथ अपने अनुभव साझा किए।
  • कांग्रेस पार्टी से टिकट न मिलने पर भागीरथ ने निराशा व्यक्त की।

पटना, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के माउंटेन मैन दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सराहना की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उनके पिता द्वारा पहाड़ों को काटकर सड़क बनाने के अद्वितीय कार्य को मान्यता दी और उसकी प्रशंसा की। इसके लिए वे हमेशा नीतीश कुमार के आभारी रहेंगे।

भागीरथ मांझी ने राहुल गांधी के साथ अपनी मुलाकात को भी याद किया, जिन्होंने उनके परिवार के लिए एक स्थाई घर बनवाने का कार्य किया था, लेकिन कांग्रेस की तरफ से टिकट न मिलने पर निराशा व्यक्त की।

समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में भागीरथ मांझी ने कहा, "जिस व्यक्ति ने मेरे पिता दशरथ मांझी के कार्य को पूरे विश्व के सामने रखा, वह नीतीश कुमार हैं। उनके कारण ही मेरे पिता की उपलब्धियां लोगों के बीच आईं।"

राहुल गांधी से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं कुछ समय पहले पहली बार राहुल गांधी से मिला था। मैं पहले उन्हें नहीं जानता था।

विशेष रूप से, 'माउंटेन मैन' के बेटे को चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने संपर्क किया था और उन्हें बिहार चुनावों में उम्मीदवार बनाने का आश्वासन भी दिया था। भागीरथ मांझी आज भी इस दावे पर कायम हैं और मौका न मिलने पर अपनी निराशा व्यक्त करते हैं।

उन्होंने कहा कि मैंने राहुल गांधी से कहा था कि यदि मुझे टिकट नहीं मिला, तो आपको कठोर आलोचना का सामना करना पड़ेगा। मैंने उनसे यह भी कहा कि कांग्रेस का समर्थन करने के लिए मुझे भी आलोचना सुननी पड़ेगी।

हालांकि, उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी के आभारी हैं कि उन्होंने उनके परिवार के लिए एक स्थायी घर बनवाया, और यह भी बताया कि इस बारे में न तो कांग्रेस के सांसद ने और न ही किसी और ने पहले से उन्हें बताया था।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से मिलने के लगभग एक हफ्ते बाद, इंजीनियर मेरे गाँव आए और मेरे परिवार के लिए एक नया घर तैयार किया, जिसमें चार बेडरूम, एक बाथरूम और एक रसोई है।

मुलाकात को याद करते हुए उन्होंने बताया कि राहुल ने उनसे खुलकर बातचीत की, उनके पलंग पर बैठे और नारियल पानी भी पिया।

Point of View

और यह समाज के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
NationPress
04/11/2025

Frequently Asked Questions

भागीरथ मांझी ने नीतीश कुमार के बारे में क्या कहा?
भागीरथ मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने उनके पिता के कार्य को पहचान दिलाई और उसकी सराहना की।
राहुल गांधी से भागीरथ मांझी की मुलाकात कब हुई?
भागीरथ मांझी ने कहा कि उनकी राहुल गांधी से कुछ समय पहले पहली बार मुलाकात हुई थी।
कांग्रेस पार्टी ने भागीरथ मांझी को क्या आश्वासन दिया था?
कांग्रेस पार्टी ने भागीरथ मांझी को बिहार चुनावों में टिकट देने का आश्वासन दिया था।