क्या भारत और सऊदी अरब के बीच विकास की संभावनाएँ उज्ज्वल हैं? : पीयूष गोयल

सारांश
Key Takeaways
- भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हो रहे हैं।
- द्विपक्षीय व्यापार 42.98 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।
- फार्मास्यूटिकल्स, पेट्रोलियम और सिरेमिक में सहयोग पर जोर दिया गया।
- भारत का निर्यात 11.56 अरब डॉलर और आयात 31.42 अरब डॉलर है।
- निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उपायों पर चर्चा की गई।
नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को सऊदी अरब के इकोनॉमी एंड प्लानिंग मिनिस्टर फैसल बिन फदल अल-इब्राहिम के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, "हमने भारत-सऊदी अरब संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा की, जिसमें हमारे व्यापार और निवेश साझेदारी को बढ़ाने और फार्मास्यूटिकल्स, पेट्रोलियम और सिरेमिक जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया।"
उन्होंने फैसल बिन फदल अल-इब्राहिम को भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा, "हमें दोनों देशों के लिए आगे की विकास संभावनाओं पर पूरा भरोसा है।"
भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत व्यापारिक संबंध हैं और दोनों देश महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार बने हुए हैं।
तेल समृद्ध सऊदी अरब भारत के लिए ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत है। द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि देखी गई है, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 42.98 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।
सऊदी अरब को भारत का निर्यात 11.56 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात 31.42 अरब डॉलर तक पहुँच गया।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने यह भी कहा कि उन्होंने निर्यात को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा के लिए विदेशों में स्थित 74 भारतीय मिशनों में वाणिज्य प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने एक्स पर पोस्ट में कहा, "सक्रिय बाजार जुड़ाव, बेहतर व्यापार जानकारी और भारतीय निर्यातकों के साथ घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया।"
उन्होंने नए निर्यात अवसरों की पहचान करने, गैर-शुल्क बाधाओं को दूर करने और दूतावासों व उद्योग के बीच संचार को मजबूत करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने व्यापार, तकनीकी, पर्यटन और निवेश प्रोत्साहन में मिशनों की भूमिका को दोहराया और वैश्विक पहुंच को अधिकतम करने के लिए ट्रेड कनेक्ट के माध्यम से मजबूत रिपोर्टिंग का आह्वान किया।
अमेरिकी शुल्कों में वृद्धि और भू-राजनीतिक तनावों से उत्पन्न वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, जून 2025 में भारत का कुल वस्तु और सेवाओं का निर्यात 67.98 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने के आंकड़ों की तुलना में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 2025 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत का कुल निर्यात 210.31 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.94 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्शाता है। जबकि तिमाही के दौरान कुल आयात 4.38 प्रतिशत बढ़कर 230.62 अरब डॉलर हो गया।