क्या 8.2 प्रतिशत की जीडीपी ग्रोथ भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत गति को दर्शाती है?
सारांश
Key Takeaways
- भारत की जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस वृद्धि की पुष्टि की है।
- यह वृद्धि राजकोषीय समेकन और लक्षित सार्वजनिक निवेश के कारण हुई है।
- द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र ने मजबूत प्रदर्शन किया है।
- नॉमिनल जीडीपी में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बताया कि जीडीपी के आंकड़े भारत की मजबूत आर्थिक प्रगति और अर्थव्यवस्था की गति को दर्शाते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर वित्त मंत्री द्वारा किए गए एक पोस्ट में उल्लेख किया गया, "वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 8.2 प्रतिशत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर के साथ भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है।"
इससे वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में विकास दर 8 प्रतिशत हो गई है।
वित्त मंत्री ने आगे लिखा कि यह वृद्धि निरंतर राजकोषीय समेकन, लक्षित सार्वजनिक निवेश और विभिन्न सुधारों से प्रेरित है, जिससे उत्पादकता में वृद्धि हुई है और व्यापार करने में आसानी हुई है।
अभी भी कई उच्च-फ्रीक्वेंसी संकेतक निरंतर आर्थिक गति और व्यापक उपभोग वृद्धि की ओर इशारा करते हैं।
वित्त मंत्री के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार इस विकास गति को बनाए रखने और लंबे अवधि की आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के लिए सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 8.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर हासिल की है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की विकास दर 5.6 प्रतिशत से काफी अधिक है।
मंत्रालय ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर अवधि में देश की नॉमिनल जीडीपी में 8.7 प्रतिशत की दर से इजाफा हुआ है।
सरकार के बयान के अनुसार, वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर के आठ प्रतिशत से ऊपर निकलने का कारण द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र का मजबूत प्रदर्शन है।
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में द्वितीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 8.1 प्रतिशत और तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रही है। इसमें शामिल मैन्युफैक्चरिंग की वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत और कंस्ट्रक्शन की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही है।
तृतीयक क्षेत्र में फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज में 10.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।