क्या वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत की जीडीपी वृद्धि दर सही दिशा में है?

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क्या वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत की जीडीपी वृद्धि दर सही दिशा में है?

सारांश

क्या भारत की जीडीपी वृद्धि दर वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद सही दिशा में जा रही है? अर्थशास्त्री आकाश जिंदल के अनुसार, भारत का आर्थिक विकास मजबूत है। जानें इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान।
  • जीएसटी संग्रह में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि।
  • राजकोषीय समेकन को प्राथमिकता दी जा रही है।
  • भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ती में से एक।
  • आर्थिक मजबूतियों के संकेत मिल रहे हैं।

नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भू-राजनीतिक उथल-पुथल और टैरिफ अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत का आर्थिक विकास और जीडीपी वृद्धि स्पष्ट रूप से सही मार्ग पर है, और यह आंकड़ों में भी दिख रहा है। यह टिप्पणी अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने गुरुवार को की।

वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने 79वें स्वतंत्रता दिवस से पहले आर्थिक मजबूती और निरंतर राजकोषीय समेकन का उल्लेख करते हुए भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को पहले के "बीबीबी-" से अपग्रेड कर "बीबीबी" कर दिया है।

इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिंदल ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए राजकोषीय समेकन बहुत महत्वपूर्ण है और भारत सरकार इस दिशा में काफी प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा, "कर संग्रह बढ़ रहा है। जीएसटी संग्रह नए रिकॉर्ड बना रहा है। आयकर संग्रह भी बढ़ रहा है। सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में काफी निवेश कर रही है।"

भारत का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जुलाई में बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष अप्रैल से जुलाई के बीच, सकल जीएसटी राजस्व 8.18 लाख करोड़ रुपए रहा, जो 2024 की इसी अवधि की 7.39 लाख करोड़ रुपए से 10.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

इसके अलावा, वित्त वर्ष 25 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 22,26,375 करोड़ रुपए के साथ मजबूत बना रहा और इसमें साल-दर-साल आधार पर 13.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

जिंदल के अनुसार, भारत दुनिया की कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से आगे, सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है।

एसएंडपी ग्लोबल ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना हुआ है और "हमें उम्मीद है कि मध्यम अवधि में विकास की गति जारी रहेगी", अगले तीन वर्षों में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सालाना 6.8 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

भारत राजकोषीय समेकन को प्राथमिकता दे रहा है और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाए रखते हुए, स्थायी सार्वजनिक वित्त प्रदान करने के लिए सरकार की राजनीतिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने एक नोट में कहा, "हमारा अनुमान है कि इस वर्ष भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहेगी, जो व्यापक वैश्विक मंदी के बीच उभरते बाजारों के समकक्षों की तुलना में अनुकूल है।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर सकारात्मक संकेत दे रही है। वैश्विक चुनौतियों के बीच, सरकार की नीतियों और प्रयासों से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। यह समय है विचार करने का कि हम कैसे इस वृद्धि को और अधिक स्थायी बना सकते हैं।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

भारत की जीडीपी वृद्धि दर क्या है?
भारत की जीडीपी वृद्धि दर इस वर्ष 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
जीएसटी संग्रह में कितनी वृद्धि हुई है?
जुलाई में जीएसटी संग्रह 1.96 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.5 प्रतिशत अधिक है।
भारत का राजकोषीय समेकन किस दिशा में है?
भारत का राजकोषीय समेकन सही दिशा में जा रहा है और सरकार इस दिशा में काफी प्रयास कर रही है।