क्या राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास को समझाने का अनुरोध किया? : एर्दोगन

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क्या राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास को समझाने का अनुरोध किया? : एर्दोगन

सारांश

तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने ट्रंप द्वारा हमास को मनाने के अनुरोध की जानकारी दी। यह बातचीत फिलिस्तीन में शांति के लिए संभावित समाधान के प्रयासों को दर्शाती है। जानिए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर और क्या कहा एर्दोगन ने।

Key Takeaways

  • एर्दोगन का मानना है कि हमास शांति के लिए तैयार है।
  • ट्रंप ने गाजा युद्ध समाप्त करने के लिए हमास को मनाने का अनुरोध किया।
  • गाजा को फिलिस्तीनी राज्य का हिस्सा बने रहना चाहिए।
  • तुर्की और इजरायल के बीच वार्ता जारी है।
  • अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर इस वार्ता पर है।

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने तुर्की के पत्रकारों को जानकारी दी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुर्की से गाजा युद्ध समाप्त करने की योजना को स्वीकार करने के लिए हमास को "मनाने" का अनुरोध किया। यह जानकारी उनके कार्यालय द्वारा दी गई।

एर्दोगन ने मंगलवार देर रात अजरबैजान से लौटते समय एक विमान में कहा, "अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान और हाल ही में हुई हमारी फोन कॉल में, हमने ट्रंप को समझाया कि फिलिस्तीन में समाधान कैसे निकाला जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से अनुरोध किया कि हम हमास से मिलें और उन्हें मनाएं।"

एर्दोगन ने आगे कहा, "हमास ने हमें यह बताकर जवाब दिया कि वह शांति और बातचीत के लिए तैयार है। दूसरे शब्दों में, उसने कोई विपरीत रुख नहीं अपनाया। मैं इसे एक बहुत ही मूल्यवान कदम मानता हूँ। हमास इजरायल से आगे है।"

"हमारे सहयोगी अभी शर्म अल-शेख में हैं," इजरायल और हमास के बीच चल रहे अप्रत्यक्ष वार्ता स्थल का जिक्र करते हुए कहा, "हम इस पूरी प्रक्रिया के दौरान हमेशा हमास के संपर्क में रहे हैं। हम अभी भी संपर्क में हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "हम बता रहे हैं कि सबसे उचित रास्ता क्या है और फिलिस्तीनी को भविष्य में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए क्या करने की जरूरत है।"

एर्दोगन ने यह भी कहा कि युद्ध के बाद की किसी भी स्थिति में, गाजा को फिलिस्तीनी राज्य का हिस्सा बने रहना चाहिए और उस पर फिलिस्तीनियों का शासन होना चाहिए।

फिलिस्तीनी मुद्दे के मुखर समर्थक, तुर्की नेता, जिनके हमास के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, अक्सर इजरायल पर गाजा में "नरसंहार" का आरोप लगाते रहे हैं। अप्रत्यक्ष वार्ता पिछले महीने ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 20-सूत्रीय योजना पर आधारित है, जिसमें बुधवार को तुर्की के खुफिया प्रमुख इब्राहिम कलिन के नेतृत्व में एक तुर्की प्रतिनिधिमंडल वार्ता में शामिल होगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि तुर्की और अमेरिका के बीच संवाद फिलिस्तीनी मुद्दे पर एक नई दिशा में ले जा सकता है। एर्दोगन का प्रयास एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन वास्तविकता यह है कि संघर्ष का समाधान एक जटिल प्रक्रिया है।
NationPress
08/10/2025

Frequently Asked Questions

डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को मनाने के लिए क्या कहा?
ट्रंप ने तुर्की से अनुरोध किया कि वे हमास से मिलकर उन्हें गाजा युद्ध समाप्त करने के लिए मनाएं।
एर्दोगन का हमास के प्रति क्या रुख है?
एर्दोगन ने कहा कि हमास शांति और बातचीत के लिए तैयार है, जो कि एक सकारात्मक संकेत है।
गाजा की भविष्य की स्थिति पर एर्दोगन का क्या कहना है?
एर्दोगन ने कहा कि गाजा को फिलिस्तीनी राज्य का हिस्सा बने रहना चाहिए और उस पर फिलिस्तीनियों का शासन होना चाहिए।
तुर्की और इजरायल के बीच वार्ता का क्या महत्व है?
तुर्की और इजरायल के बीच वार्ता फिलिस्तीनी मुद्दे पर शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह वार्ता किस योजना पर आधारित है?
यह वार्ता ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 20-सूत्रीय योजना पर आधारित है।