क्या भारत में मैन्युफैक्चरिंग अधिक टेक्नोलॉजी संचालित और वैश्विक मानकों के अनुरूप हो गई?

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क्या भारत में मैन्युफैक्चरिंग अधिक टेक्नोलॉजी संचालित और वैश्विक मानकों के अनुरूप हो गई?

सारांश

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत की मैन्युफैक्चरिंग की नई दिशा के बारे में बताया। 2025 तक भारत ने अपने उत्पादन में टेक्नोलॉजी को शामिल करते हुए वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित किया है। जानें इस यात्रा के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत की मैन्युफैक्चरिंग अब अधिक टेक्नोलॉजी संचालित है।
  • प्रधानमंत्री मोदी की सरकार व्यापार में आसानी को प्राथमिकता दे रही है।
  • भारत ने सौर ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा दिया है।
  • भारत अब दुनिया
  • भारत वैश्विक बाजार के लिए खुद को तैयार कर रहा है।

नई दिल्ली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि वर्तमान में भारत में मैन्युफैक्चरिंग अधिक एकीकृत, टेक्नोलॉजी संचालित और वैश्विक मानकों के अनुरूप हो गई है।

उन्होंने 2025 में भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हुई प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार देश की मैन्युफैक्चरिंग यात्रा में व्यापार में आसानी को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मायगावइंडिया द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की गई एक पोस्ट के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि बड़े पैमाने पर उत्पादन, परिष्करण, विश्वसनीयता, स्थानीय मूल्य श्रृंखला, वैश्विक विश्वास और भी बहुत कुछ। यह लेख आपको बताता है कि कैसे मोदी सरकार द्वारा व्यापार में आसानी को बढ़ाने पर दिए गए जोर ने हमारी मैन्युफैक्चरिंग यात्रा में एक नया मोड़ ला दिया है।

भारत ने दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन उत्पादक बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है, आज घरेलू स्तर पर बिकने वाले 99 प्रतिशत से अधिक फोन अब 'मेड इन इंडिया' हैं। भारत विनिर्माण मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ रहा है।

मायगावइंडिया की एक्स पोस्ट में कहा गया, "नोएडा में भारत की पहली टेम्पर्ड ग्लास सुविधा की शुरुआत और डब्ल्यूएचएपी 8×8 बख्तरबंद वाहनों की वैश्विक डिलीवरी भारतीय विनिर्माण में बढ़ती आधुनिकता को दर्शाती है। 6 राज्यों में 1.60 लाख करोड़ रुपए के निवेश के साथ 10 सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की मंजूरी ने भारत के भविष्य के तकनीकी नेतृत्व की नींव रखी है।"

भारत बैटरी से लेकर सौर मॉड्यूल तक स्वच्छ ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र को स्थानीय स्तर पर विकसित कर रहा है। घरेलू इलेक्ट्रोड निर्माण, तेजी से बढ़ती सौर क्षमता और देश की पहली इनगॉट-वेफर सुविधा के शुभारंभ के साथ, एक मजबूत ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला की नींव रखी जा रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत वैश्विक बाजार के लिए खुद को तैयार कर रहा है। भारत की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी, ई-विटारा, हंसलपुर से 100 से अधिक देशों में निर्यात के लिए रवाना हो चुकी है। एयरबस एच125 का मुख्य ढांचा अब बेंगलुरु में बनाया जा रहा है, जबकि एचएएल-सैफ्रान साझेदारी लीप इंजनों के लिए टरबाइन पुर्जों का निर्माण करेगी।

भारत एक विश्वसनीय ग्लोबल टेक्नोलॉजी सेंटर के रूप में उभर रहा है। फॉक्सकॉन ने बेंगलुरु में आईफोन 17 का उत्पादन शुरू कर दिया है, गूगल ने विशाखापत्तनम में 15 अरब डॉलर के एआई और डेटा सेंटर हब की घोषणा की है और पिक्सल 10 सीरीज के लिए स्थानीय उत्पादन में तेजी आने के साथ गूगल भी देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ रहा है।

Point of View

जो न केवल आर्थिक विकास को गति देने में मदद करेगा, बल्कि देश को एक मजबूत तकनीकी केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
NationPress
27/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत की मैन्युफैक्चरिंग में कौन से महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं?
भारत में मैन्युफैक्चरिंग अब अधिक टेक्नोलॉजी संचालित और वैश्विक मानकों के अनुरूप हो गई है, जिससे उत्पादन की प्रक्रिया में सुधार हो रहा है।
पीयूष गोयल ने किस विषय पर बात की?
पीयूष गोयल ने भारत के मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की प्रगति के बारे में बताया और मोदी सरकार की व्यापार में आसानी की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
भारत की मैन्युफैक्चरिंग यात्रा में क्या खास है?
भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन उत्पादक बन गया है और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भी तेजी से प्रगति कर रहा है।
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