क्या स्मृति मंधाना का रिकॉर्ड शतक बेकार हुआ? ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 43 रन से हराया

सारांश
Key Takeaways
- स्मृति मंधाना का तेज शतक टीम के लिए महत्वपूर्ण था।
- भारतीय टीम को अपनी बल्लेबाजी में सुधार की आवश्यकता है।
- ऑस्ट्रेलिया ने मजबूत प्रदर्शन के साथ सीरीज जीती।
- महिला क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है।
- टीम को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम को अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम, नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए वनडे सीरीज के तीसरे और अंतिम मैच में 43 रन से हार का सामना करना पड़ा है। 413 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 47 ओवर में 369 रन पर सिमट गई। इस हार के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के नेतृत्व में जवाबी हमला किया। मंधाना ने केवल 50 गेंदों में शतक बनाते हुए 63 गेंद पर 125 रन की शानदार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 5 छक्के और 17 चौके लगाए। यह महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक है, और भारतीय महिला बल्लेबाज का वनडे में सबसे तेज शतक भी। मंधाना के साथ-साथ कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 35 गेंद पर 52 और दीप्ति शर्मा ने 58 गेंद पर 72 रन बनाकर टीम को लक्ष्य की ओर बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन अंततः भारतीय टीम 47 ओवर में 369 पर ऑल आउट हो गई और 43 रन से मैच हार गई।
ऑस्ट्रेलिया के लिए विए किम गार्थ ने 3, मेगान स्कट ने 2, और एश्ले गार्डनर, ताहिला मैक्ग्राथ, ग्रेस हैरिस और जॉर्जिया वॉरहेम ने 1-1 विकेट लिया।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 412 रन बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया की सलामी बल्लेबाजों एलिसा हिली और जॉर्जिया वॉल ने शानदार शुरुआत दी। दोनों ने 4.2 ओवर में 43 रन की साझेदारी की। हिली ने 18 गेंद पर 30 रन बनाकर आउट हो गईं। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए वॉल और एल्सी पेरी ने 107 रन की साझेदारी की। 150 के स्कोर पर, वॉल 68 गेंद पर 14 चौकों की मदद से 81 रन बनाकर आउट हुईं। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आईं बेथ मूनी ऑस्ट्रेलियाई पारी का मुख्य आकर्षण रहीं।
मूनी ने भारतीय गेंदबाजों पर कहर बरपाते हुए 75 गेंद पर 23 चौके और 1 छक्के की मदद से 138 रन बनाए। वह रन आउट हो गईं। अपनी पारी के दौरान मूनी ने पेरी के साथ तीसरे विकेट के लिए 106 और एश्ले गार्डनर के साथ चौथे विकेट के लिए 82 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
मूनी का विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी का निचला क्रम ढह गया और ऑस्ट्रेलिया 47.5 ओवर में 412 रन पर ऑल आउट हो गई। यह वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का संयुक्त रूप से सर्वाधिक स्कोर है।